देहरादून, 6 मई। काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) की ओर से सोमवार को आईसीएसई (10वीं) और आईएससी (12वीं) का परिणाम घोषित किया गया। उत्तराखंड में 10वीं का परीक्षा परिणाम 99.19 फीसदी और 12वीं का 97.89 फीसदी रहा। दोनों ही कक्षाओं में बेटियों ने बेटों को पीछे छोड़ते हुए देशभर में प्रदेश का मान बढ़ाया है।
इस बार सीआईएससीई से संबद्ध प्रदेश भर के 111 विद्यालयों के 3977 बालक और 3564 बालिकाएं कुल 7541 छात्र-छात्राओं ने 10वीं की परीक्षा दी। जिसमें से 3934 बालक और 3546 बालिकाएं सफल रहीं।
कुल 99.19 फीसदी परीक्षा परिणाम रहा। पासिंग प्रतिशत की बात करें तो बालकों का पासिंग प्रतिशत 98.92 फीसदी और बालिकाओं का 99.49 फीसदी रहा। बालिकाओं का पासिंग प्रतिशत बालकों की तुलना में 0.57 प्रतिशत अधिक रहा।
वहीं, प्रदेश के 86 विद्यालयों के 2918 बालक और 2726 बालिकाओं समेत कुल 5644 छात्र-छात्राओं ने 12वीं की परीक्षा दी। इनमें से 2834 बालक और 2691 बालिकाएं पास हुईं और रिजल्ट 97.89 फीसदी रहा। पासिंग प्रतिशत की बात करें तो 12वीं में 97.12 फीसदी बालक और 98.72 बालिकाएं ने सफलता प्राप्त की। ऐसे में इसमें भी बालकों की तुलना में बालिकाओं का पासिंग प्रतिशत 1.6 फीसदी अधिक रहा। https://sarthakpahal.com/
हाईस्कूल और इंटरमीडिएट दोनों में लड़कियों ने मारी बाजी
हाईस्कूल और इंटरमीडिएट दोनों ही रिजल्ट में लड़कियां लड़कों से आगे रहीं. हाईस्कूल में जहां 99.45 लड़कियों ने पास किया वहीं, इंटर में 98.55 प्रतिशत लड़कियां सफल रहीं. लड़कों की तुलना में दोनों ही बोर्ड में एक से दो प्रतिशत लड़कियां ज्यादा पास रहीं. एमआर जयपुरिया स्कूल की प्रिसिंपल प्रोमिनी चोपड़ा ने बताया कि कांउसिल की तरफ से इस बार मैरिट लिस्ट जारी नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था काफी अच्छी है. मैकाले की शिक्षा नीति से अगर बाहर निकलना है तो यह व्यवस्था रहनी चाहिए. उन्होंने बताया कि उनके विद्यालय में दो छात्राओं का नंबर 99.25 प्रतिशत रहा है. https://www.facebook.com/Sarthak_Pahal-101257265694407/