26 मई को होगी जेईई एडवांस्ड की परीक्षा, 17 मई को जारी होगा एडमिट कार्ड
जेईई मेन्स क्लियर करने के बाद जो छात्र जेईई एडवांस्ड की परीक्षा देने वाले हैं उनके पास तैयारी करने के लिए कुछ दिन का समय बचा है. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT), मद्रास ज्वॉइंट एंट्रेंस एग्जाम एडवांस्ड 2024, 26 मई 2024 को आयोजित करेगा. इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन की तैयारी कर रहे उम्मीदवार जेईई एडवांस की आधिकारिक वेबसाइट jeeadv.ac.in पर जाकर 2024 की परीक्षा (IIT JEE Advanced 2024) का शेड्यूल चेक कर सकते हैं.
17 मई को आएगा एडमिट कार्ड
जेईई एडवांस्ड के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 21 अप्रैल से शुरू हुए थे जो कि और 30 अप्रैल 2024 को शाम 5 बजे तक चले थे. रजिस्टर्ड उम्मीदवारों को फीस जमा करने के लिए 6 मई तक का समय दिया गया था. जेईई एडवांस्ड के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया अब पूरी हो चुकी है. आधिकारिक शेड्यूल के अनुसार, जेईई एडवांस्ड परीक्षा 2024 के लिए एडमिट कार्ड परीक्षा से 10 दिन पहले यानी 17 मई को जारी कर दिया जाएगा. उम्मीदवारों को अपना प्रवेश पत्र जेईई एडवांस की आधिकारिक वेबसाइट पर मिलेगा. एडमिट कार्ड डाउनलोड करने के लिए कैंडिडेट्स को पहले अपना क्रैडेंशियल डालकर लॉग इन करना होगा. यह लिंक परीक्षा के दिन यानी कि 26 मई तक एक्टिव रहेगा.
9 जून को जारी की जाएगी आंसर की
जारी शेड्यूल के अनुसार, जेईई एडवांस्ड की फाइनल आंसर-की और रिजल्ट 09 जून 2024 को जारी कर दिया जाएगा. इससे पहले उम्मीदवारों की रिस्पोंस शीट 31 मई, 2024 को वेबसाइट पर उपलब्ध होगी और प्रोविनजल आंसर-की 2 जून, 2024 को जारी की जाएगी. ऑब्जेक्शन विंडो 3 जून, 2024 को बंद हो जाएगी. प्राप्त आपत्तियों का निपटारा करने का बाद रिजल्ट और फाइनल आंसर-की जारी की जाएगी. https://sarthakpahal.com/
17385 सीटों के लिए होगी परीक्षा
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के करियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि इस साल आईआईटी की हर सीट के लिए करीब 11 विद्यार्थियों में कॉम्पिटिशन होगा. इस साल सर्वाधिक 1 लाख 91 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स ने आवेदन किया है, जो कि आईआईटी की 17 हजार 385 सीटों के लिए परीक्षा देंगे. इन 17,385 सीटों में 20 प्रतिशत सीटें फीमेल सुपरन्यूमैरेरी कोटे की शामिल हैं, जो कि लड़कियों के लिए 20 प्रतिशत फीमेल पूल कोटे से अतिरिक्त आवंटित की जाती हैं. आमतौर पर जेईई-एडवांस्ड परीक्षा में छात्र-छात्राओं का अनुपात 65 और 35 फीसदी रहता है. ऐसे में लड़कों के मुकाबले लड़कियों की आईआईटी में सीट मिलने की संभावना बढ़ जाती है।