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हाईकोर्ट शिफ्टिंग मामले में उबाल, देहरादून में आज काम नहीं करेंगे वकील, टाइपिस्ट और स्टाम्प वेंडर

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देहरादून, 14 मई। हाईकोर्ट को आईडीपीएल ऋषिकेश में शिफ्ट करने के मामले में जनमत जुटाने की कोशिशें तेज होती जा रही है। जनमत जुटाने के लिए दून बार एसोसिएशन ने शिफ्टिंग का समर्थन करते हुए 15 मई बुधवार को कार्य विरत रहने का निर्णय लिया है। साथ ही सुबह 11 बजे बैठक बुलाई गई है। इसमें शिफ्टिंग के समर्थन में एकजुट होकर अधिवक्ता आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे।

दून बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव कुमार शर्मा ने बताया कि एकजुट होकर सभी अधिवक्ता अपने विचार रखेंगे। कार्य से विरत रहकर ही सभी को मौके मिल सकेगा। हालांकि हाईकोर्ट ने बेंच को आईडीपीएल में शिफ्ट करने और हाईकोर्ट को गौलापार के अलावा कहीं और शिफ्ट करने की बात पर लोगों से जनमत संग्रह कराने की बात कही थी। वहीं, दूसरी तरफ हाईकोर्ट शिफ्टिंग के मामले में कोर्ट की वेबसाइट पर उस पोर्टल का लिंक डाल दिया है। इसके माध्यम से हाईकोर्ट शिफ्टिंग पर अधिवक्ता और नागरिक अपनी हां या ना दर्ज कर सकते हैं।

दून बार एसोसिएशन से मिली जानकारी के मुताबिक जो भी व्यक्ति हाईकोर्ट को शिफ्ट कराने के पक्ष में हैं, वह हां का विकल्प चुन सकता है और जो विरोध में है वह ना का विकल्प अपना सकता है। पोर्टल में विकल्प के चुनाव के लिए अधिवक्ताओं और आम लोगों के लिए अलग-अलग व्यवस्था है। https://sarthakpahal.com/

बता दें कि चीफ जस्टिस ऋतु बाहरी और जस्टिस राकेश थपलियाल की बेंच ने बीती 8 मई के आदेश जारी किया था। गौलापार की 26 हेक्टेयर भूमि के विकल्प को खारिज भी कर दिया गया था। इस फैसले पर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने विरोध जताया है। जिसको लेकर वह अपने स्तर पर रणनीति तैयार कर रहे हैं। इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए जनमत हासिल करने का तरीका अपनाया जाएगा। इसके लिए एक समिति का भी गठन किया जा चुका है। मत दर्ज करने के लिए 31 मई का समय तय किया गया है।

पहाड़ी राज्य की अवधारणा के अनुरूप प्रदेश के नैनीताल में हाईकोर्ट बनी। बीते वर्षों में कोर्ट कार्य में कई प्रकार की दिक्कतें रहीं। बार और बेंच के प्रयासों से इन समस्याओं का प्राथमिकता के क्रम में निस्तारण किया गया। 24 वर्ष बाद अब हम स्थायित्व के करीब पहुंचे हैं। अब इसे अस्थिर करने की बात कही जा रही है। वरिष्ठ व युवा सभी अधिवक्ताओं की रायशुमारी के बाद अग्रिम कदम उठाया जाएगा।
सौरभ अधिकारी महासचिव हाईकोर्ट बार एसोसिएशन

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