अल्मोड़ा, 28 मई। उत्तराखंड के अल्मोड़ा के स्याल्दे विकासखंड में भिकियासैंण-देघाट सड़क पर चौनिया बैंड के पास कल सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया. रुड़की से देवघाट जा रहे एक परिवार की सेंट्रो कार अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी. इस हादसे में डाक्टर पति, स्टाफ नर्स पत्नि और आठ साल की बेटी की मौत हो गई, जबकि 11 साल का बेटा घायल है, जिसको अल्मोड़ा के ही अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. बताया जा रहा है कि यह दुर्घटना सुबह लगभग 9:00 बजे के आसपास हुई है. यह हादसा कैसे हुआ अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन एसडीआरएफ की टीम ने तीन शवों को खाई से निकलकर पुलिस के सौंप दिया है.
अल्मोड़ा एसडीआरएफ निरीक्षक राजेश जोशी ने बताया कि उन्हें पुलिस के द्वारा यह सूचना मिली थी कि एक कार दुर्घटनाग्रस्त हुई है. वह खुद मौके पर अपनी टीम को लेकर पहुंचे और देखा कि एक कार लगभग 300 मीटर नीचे खाई में गिरी हुई थी. जब तक उनकी टीम नीचे पहुंची, तब तक कर में सवार चार में से तीन लोगों की मृत्यु हो चुकी थी. हादसा इतना भयानक था कि सभी लोग खून में लथपथ पड़े हुए थे. जबकि चार में से एक 11 वर्ष का बालक जिसका नाम अर्णव बताया गया है, वह चिल्ला रहा था. तभी टीम ने सबसे पहले घायल को अस्पताल भेजा. उसके बाद एक-एक कर तीन शवों को बाहर निकाला. https://sarthakpahal.com/
रुड़की के सिविल लाइन मोहनपुरा के रहने वाला यह परिवार संभवत घूमने के लिए अल्मोड़ा की तरफ गया था. अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह हादसा कैसे हुआ है. जिला पुलिस ने उनके परिजनों को रुड़की में सूचना दे दी है. परिजन भी मौके के लिए रवाना हो गए हैं. तीनों शवों का पोस्टमार्टम होने के बाद ही परिवार जनों को सौंपा जाएगा. https://www.facebook.com/Sarthak_Pahal-101257265694407/
उत्तराखंड में बढ़ रही भीड़ और अंधाधुंध अन्य राज्यों से आ रही गाड़ियों में बैठे लोगों को यह जरूर देखना चाहिए कि जो व्यक्ति उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में गाड़ी चला रहा है, उसे पहाड़ों में गाड़ी चलाने का अनुभव है या नहीं. कई बार मैदानी इलाकों में चलने वाले ड्राइवर अचानक से पहली बारी में ही पहाड़ पर गाड़ी चला कर ले जाते हैं और हादसे का शिकार भी होते हैं. मृतकों में मुनेंद्र सिंह उनकी पत्नी शशि सैनी और बेटी अदिति पुत्री जिसकी उम्र 9 साल की है शामिल हैं. घायल अर्णव की उम्र 11 साल की है.