यमकेश्वर, 29मई। थाना लक्ष्मण झूला क्षेत्र के अंतर्गत घट्टूगाड में रिजॉर्ट मालिक और कर्मचारियों की लापरवाही के चलते चार साल के बच्चे की जान चली गई. एक बच्चे को बेहोशी की हालत में स्विमिंग पुल से बरामद किया गया, जिसके बाद उसे एम्स ऋषिकेश ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने मृत ने मृत घोषित कर दिया. रिजॉर्ट संचालक की इस लापरवाही पर पुलिस की ओर से तहसील प्रशासन को पत्र लिखा गया है।
स्वीमिंग पूल में बेहोश मिला अदव्य
लक्ष्मण झूला पुलिस के अनुसार बीते रविवार को प्रियांश निवासी ग्राम रटवाई, थाना रटवाई, जिला झालावांड, राजस्थान अपने परिवार के साथ घूमने ऋषिकेश आया था। सोमवार को वह परिवार सहित थाना लक्ष्मण झूला क्षेत्र के घट्टूगाड स्थित रिजॉर्ट क्रीक में रुके थे. रात करीब 8.30 बजे जब रिजॉर्ट से जाने के लिये तैयार हुये तो उनका 4 साल का बच्चा अदव्य उनके पास नहीं था. रिजॉर्ट में चारों तरफ अंधेरा व झाड़ियां होने के कारण काफी देर ढूंढने के पश्चात अदव्य स्विमिंग पुल में बेहोशी की हालत में मिला. जिसे तुरन्त रेस्क्यू कर उपचार के लिए एम्स अस्पताल ले जाया गया. एम्स अस्पताल में डाक्टरों द्वारा अदव्य को मृत घोषित कर दिया. बालक के परिवार का आरोप है कि रिजॉर्ट में स्विमिंग पुल पर कोई सुरक्षा गार्ड व लाईफ गार्ड नहीं था. यहां पर लाइट की भी कोई व्यवस्था नहीं थी। https://sarthakpahal.com/
थाना प्रभारी निरीक्षक रवि कुमार सैनी ने बताया प्रथम दृष्टया अदव्य की मृत्यु स्विमिंग पूल में डूबने और रिजॉर्ट प्रबन्धन की लापरवाही से हुई है. परिजनों ने भी रिजॉर्ट प्रबन्धन पर लापरवाही के आरोप लगाये हैं. जिस कारण आम जनता की सुरक्षा के दृष्टिगत क्रीक रिजॉर्ट के मानकों की जांच कराया जाना आवश्यक है. इस संबंध में जिला और तहसील प्रशासन को लिखा गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस अपने स्तर पर कार्रवाई करेगी.
नियमों को ताक पर रखकर प्रशासन की मिलीभगत से चल रहे हैं रिजार्ट
घट्टूगाड सहित कई रिजार्ट नियमों को ताक पर चल रहे हैं। स्वीमिंग पूल भी मानक के अनुसार नहीं बने हैं। इन रिजार्टों में स्वीिमंग पुल के लिए बनी गाइडलाइन का पालन नहीं किया जाता है। प्रशासन की तरफ से भी इस मामले में कोई जांच नहीं की जाती। ये रिजार्ट केवल पैसा कमाने का जरिया बनते जा रहे हैं। इन्हें आमजन की जिंदगी से कोई सरोकार नहीं।