यमकेश्वर, 26 जून। वोट की खातिर जनता को बेवकूफ बनाने में कोई भी दल पीछे नहीं है, चाहे वो भाजपा हो या कांग्रेस या फिर कोई और। हर कोई सिर्फ वोट की राजनीति तक सीमित है। अपना उल्लू सीधा करने के बाद किसको किसकी पड़ी, ‘भाड़ में जनता, अपना काम बनता’ वाली कहावत हो जाती है, लेकिन इन राजनेताओं को अब अपनी आंखें खोल लेनी चाहिए कि जनता अब जागरूक हो गयी है और वो सही समय पर अपना फैसला बैलट बाक्स में डाल देती है, इसका ताजा उदाहरण लोकसभा चुनाव में सभी ने देखा होगा।
तीन साल से कागजों में सिमटा मंजेड़ा-बडोली-ठुंडा मोटर मार्ग
16 जुलाई 2021 को यमकेश्वर विधायक ऋतु खंडूरी ने साढ़े चार लाख रुपये की लागत से निर्मित बडोली-मंजेड़ा-ठुंडा मोटर मार्ग का उद्घाटन कर क्षेत्रीय जनता को जो सपना, जो सब्जबाग दिखाया था, वो आज तीन साल गुजर जाने के बाद भी कागजों तक ही सीमित है। अब इसे प्रशासन की लापरवाही समझो या जनप्रतिनिधियों की अनदेखी, जो भी हो जनता तो बेवकूफ बन ही रही है। पत्थर के साथ फोटो खिंचवाकर ये राजनेता आखिर कब तक जनता को दिग्भ्रमित करते रहेंगे, ये देखने वाली बात होगी। वर्तमान विधायक रेनू बिष्ट के लिए तो कहना ही क्या। वो तो शायद अब अगले विधायकी के चुनाव में ही क्षेत्र में दिखाई देंगी, ऐसा लोगों का मानना है।
भाजपा नेताओं ने चुनाव से पहले गांव के विकास का जो खाका खींचा था वो सिर्फ जनता को बेवकूफ बनाने के लिए था। मंजेड़ा गांव के लोग आज भी बीमार व्यक्ति को कंधे पर बैठाकर दो किलोमीटर दूर हास्पिटल लेकर जाते हैं और बरसात में तो जब सतेड़ी नदी अपने उफान पर होती है तो उस समय जनता कैसी चुनोतियों का सामना करती होगी, ये हमारे विधायक भी भली-भांति जानती होंगी।
यमकेश्वर के विकास का रोडमैप केवल छलावा
भाजपा द्वारा चुनाव से पहले विकास कार्यों की डायरी प्रस्तुत की गयी, जिसमें मंजेड़ा-बडोली-ठुंडा मोटर मार्ग को कंपलीट दिखाया गया है, परंतु हकीकत क्या है ये किसी से छिपी नहीं है। यमकेश्वर ब्लाक के तमाम गांवों को यमकेश्वर से जोड़ने की कवायद चल रही है और कई गांव यमकेश्वर ब्लाक से जुड़ भी गये हैं, लेकिन यमकेश्वर से मात्र दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित ये मंजेड़ा गांव अब भी विकास के लिए अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रहा है। https://www.facebook.com/Sarthak_Pahal-101257265694407/
अंत में हतोत्साहित मंजेड़ा की पूरी जनता ने विधायक रेनू बिष्ट को अपनी समस्याओं से अवगत कराते हुए हस्ताक्षरयुक्त एक पत्र सौंपा है, जिसमें विधायक से आग्रह किया गया है कि इस मंजेड़ा-बडोली-ठुंडा मोटर मार्ग के अलावा रपटा से मंजेड़ा गांव तक सड़क निर्माण को मंजूरी दी जाये, जिसके लिए पूर्व में आवेदन पत्र प्रेषित किया जा चुका है। अब देखना ये है कि जिस मोटर मार्ग का उद्घाटन किये हुए तीन साल बीत चुके हैं, इस प्रार्थना पत्र का प्रशासन पर क्या असर पड़ता है।https://sarthakpahal.com/