
कश्मीर। शिक्षिका की हत्या के दहशत के कारण सैकड़ों कश्मीरी पंडितों ने घाटी से पलायन कर दिया है। उत्तरी कश्मीर में एक कश्मीरी पंडित के अनुसार 300 परिवारों में से लगभग आधे से ज्यादा लोग कश्मीर छोड़ चुके हैं। कई शिक्षक बुधवार को शिक्षिका के अंतिम संस्कार में भी शामिल हुए थे।
कुलगाम में शिक्षिका रजनी बाला की हत्या के बाद कश्मीरी पंडित खौफजदा हैं। उन्होंने कहाकि हम सरकार के जवाब का इंतजार कर रहे हैं। उनका कहना है कि हमने सरकार से स्थानांतरण के लिए कहा है, अगर सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठाती तो हम सभी कश्मीर छोड़ देंगे।
श्रीनगर में बैरिकेड लगाकर रोजा जा रहा
श्रीनगर के इंदिरा नगर के एक निवासी का कहना है कि कुछ लोग रात में ही घर छोड़कर जम्मू के लिए रवाना हो गये थे, लेकिन सुबह से नहीं निकलने दिया जा रहा। मोहल्लों के बाहर बैरिकेड लगा दिए गये हैं। कैंप के बाहर भी ताले लगा दिए गए हैं। कुपवाड़ा जिले में एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कश्मीरी पंडित यह कहते सुनाई दे रहे हैं कि हम जम्मू जाने के लिए सामूहिक पलायन के लिएतैयार हो रहे हैं। हम यहां से सामान ले जाने के लिए ट्रकों का पता करने आए हैं।
कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा की गयी कड़ी
कुलगाम में शिक्षिका की हत्या के बाद कश्मीरी पंडितों की घाटी से सामूहिक पलायन को देखते हुए श्रीनगर के इंदिरानगर और शिवपोरा को छावनी में बदल दिया गया है। कश्मीरी पंडितों का आरोप है कि उन्हें नजरबंद किया जा रहा है। सुरक्षा बल किसी को बाहर नहीं निकलने दे रहे हैं। इंदिरानगर और शिवपोरा ये वो इलाके हैं जहां लगभग 300 कश्मीरी पंडित रहते हैं। कई जगह प्रदर्शन कर रहे कश्मीरी पंडित उन्हें सुरक्षित स्थानों पर तैनात करने की मांग कर रहे हैं।