
बड़कोट (उत्तरकाशी), 27 अगस्त। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने स्यानाचट्टी में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने आपदा प्रभावित लोगों से मिलकर समस्याएं सुनीं और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। सीएम ने डीएम को जलभराव और मलबा आने से लोगों को हुए नुकसान का तत्काल आकलन कर रिपोर्ट देने को कहा। स्यानाचट्टी के पास यमुना नदी में कुपड़ा खड्ड गदेरे से मलबा आने से यमुना का प्रवाह अवरुद्ध होने के कारण अस्थायी झील बनी है। सीएम ने झील का निरीक्षण किया और नदी मार्ग में जमा हुई गाद को हटाने और झील के मुहाने को चौड़ा करके त्वरित जल निकासी करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान कुपड़ा कुंशाला पुल का स्थलीय निरीक्षण कर जल्द कार्यदायी संस्था नामित कर निर्माण कार्य शुरू करने और आवाजाही बहाल होने तक वैकल्पिक पैदल मार्ग को व्यवस्थित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जगह-जगह भूस्खलन से मार्ग अवरुद्ध होने से बाधित हुई आवाजाही को बहाल किया जाए और यमुनोत्री मार्ग को सुचारू कर यात्रा के लिए जल्द खोला जाए।
आलू की फसल का एमएसपी घोषित करने के निर्देश दिए
मुख्यमंत्री धामी ने आवाजाही बाधित होने से आलू की फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में सरकार हर पीड़ित परिवार के साथ है। प्रभावित लोगों को हुए नुकसान का आकलन कर जल्द हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
पांच दिन से बंद है यमुनोत्री हाईवे
दूसरी और यमुनोत्री हाईवे जंगलचट्टी और नारदचट्टी के पास पांचवें दिन भी बंद रहा। इससे यमुनोत्री धाम सहित पांच गांव के ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का समाना करना पड़ रहा है। वहीं एनएसच के ईई मनोज रावत का कहना है कि लगातार कटाव और पहाड़ी से मलबा गिरने से हाईवे खोलने में दिक्कत हो रही है। लगातार पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण बीआरओ की मशीन हाईवे नहीं खोल पा रही थी जिससे कई गांव का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया था। वहीं प्रशासन नलूणा भूस्खलन जोन की ड्रोन से वीडियो और फोटाग्राफी करवाकर निगरानी कर रहा है। मंगलवार को दूसरे दिन बीआरओ ने यातायात के लिए हाईवे को सुचारू कर दिया जिस पर लोगों राहत की सांस ली।