चमोली, 10 अगस्त। चमोली जिले के रहने वाले 17वीं गढ़वाल रायफल के हवलदार दीपेंद्र कंडारी जम्मू कश्मीर के तंगधार में ड्यूटी के दौरान शहीद हो गये हैं. दीपेंद्र कंडारी चमोली जिले के पोखरी ब्लॉक के करछुना गांव के रहने वाले थे.
इस समय देहरादून में रह रहे थे
चमोली जिले के पोखरी ब्लॉक के करछुना गांव निवासी दीपेंद्र कंडारी जम्मू-कश्मीर के तंगधार क्षेत्र में शहीद हो गए. दीपेंद्र सूबेदार पद पर 17वीं बटालियन गढ़वाल राइफल में तैनात थे. बताया जा रहा है कि शहीद दीपेंद्र कंडारी 17 वीं बटालियन गढ़वाल राइफल का अहम हिस्सा थे. दीपेंद्र कंडारी की शहादत को एक बड़ा नुकसान बताया जा रहा है. दीपेंद्र कंडारी की शहादत की खबर परिजनों को दे दी गई है.हालांकि दीपेंद्र के बलिदान होने का स्पष्ट कारण भी पता नहीं चल पाया है।
तीन भाइयों में सबसे छोटे थे दीपेंद्र
उनके पिता सुरेंद्र कंडारी सेना से सेवानिवृत्त हैं। दीपेंद्र तीन भाईयों में सबसे छोटे हैं। वे अपने पीछे पत्नी व दो बच्चों को छोड़ गए हैं। करछूना गांव में दीपेंद्र के शहादत की सूचना मिलने के बाद गांव के लोग देहरादून के लिए रवाना हो गए हैं। बताया जा रहा है कि शहीद दीपेंद्र कंडारी का परिवार देहरादून में रहता है. 11 अगस्त सुबह 9 बजे शहीद दीपेंद्र कंडारी का पार्थिव शरीर देहरादून पहुंचेगा. जहां से शहीद दीपेंद्र कंडारी के पार्थिव शरीर को शिमला बाईपास नयागांव स्थित उनके आवास पर ले जाया जाएगा. शहीद दीपेंद्र कंडारी आवास पर उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. जिसके बाद शहीद दीपेंद्र कंडारी का अंतिम संस्कार सैन्य सम्मान के साथ नयागांव घाट पर किया जाएगा. https://www.facebook.com/Sarthak_Pahal-101257265694407/