बीरोंखाल, 31 अगस्त। बीरोंखाल ब्लॉक के पट्टी खाटली क्षेत्र में तीन गुलदार दिखाई देने से ग्रामीणों में दशहत बनी हुई है। स्थिति यह है कि ग्रामीण अकेले आवाजाही करने से डर रहे हैं और बच्चों को स्कूल भेजने से भी कतरा रहे हैं। ग्रामीणों ने क्षेत्र में वनकर्मियों की गश्त बढ़ाने और गुलदारों को पकड़ने की मांग की है।
ग्रामीणों का कहना है कि कई दिन से दो गुलदार सिरौली और कोठिला गांव, जबकि एक गुलदार कोठिला और ढुलखोली गांव में दिखाई दे रहा है। बृहस्पतिवार शाम इंटर कॉलेज ग्वीनखाल के अध्यापक घूमने के लिए निकले थे। इस दौरान उन्हें सिरौली गांव के पास काशीपुर-बुआखाल नेशनल हाईवे पर दो गुलदार दिखाई दिए। गुलदार के भय के कारण वह लौट गए। साथ ही उन्होंने आने जाने वालों को भी गुलदार दिखाई देने की बात बताई। स्थिति यह है कि सिरौली, बवांसा तल्ला, बवांसा मल्ला, मैठाणाघाट बाजार, खितोटिया, मैठाणा गांव समेत आसपास के गांवों के ग्रामीण अकेले आवाजाही करने में डर रहे हैं। वहीं, प्राथामिक विद्यालय गुजिया महादेव के छात्र-छात्रों में भी गुलदार की दहशत बनी है। उनका कहना है कि यदि वन विभाग ने जल्द गुलदारों को नहीं पकड़ा, तो वह आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।
गुलदार प्रभावित क्षेत्र में स्कूल खुलने व बन्द होने पर पुलिस लगातार कर रही गश्त
रिखणीखाल ब्लॉक के गुलदार प्रभावित क्षेत्र कोटा तल्ला और आसपास के गांवों में दूसरे गुलदार की सक्रियता निरंतर बनी हुई है। शुक्रवार सुबह देवियोंखाल बाजार से इंटर कॉलेज डाबरीसैंण जा रहीं तीन छात्राओं को रास्ते में गुलदार दिखा। गनीमत रही कि वहां खच्चरवाला पहुंच गया। इससे गुलदार भाग गया। इसके बाद गुलदार ने देवियोंखाल बाजार में एक पशुपालक की बकरी को मार डाला। क्षेत्र के ग्रामीणों में अब भी दहशत बनी हुई है। प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस के पहरे के बीच बच्चे स्कूल आवाजाही कर रहे हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी लोकेश्वर सिंह ने जनपद में गुलदार प्रभावित क्षेत्रों में छात्र/छात्राओं की सुरक्षा को देखते हुए स्कूल खुलने एवं बन्द होने के समय स्कूल परिसर के साथ ही सुनसान स्कूली रास्तों में समस्त थाना प्रभारियों को गश्त कराने हेतु निर्देशित किया गया है। थाना रिखणीखाल क्षेत्र में पुलिस टीम द्वारा गुलदार प्रभावित क्षेत्र में पड़ने वाले सभी स्कूल परिसरों एवं सुनसान स्कूली रास्तों में लगातार गश्त कर छात्र-छात्राओं से वार्तालाप कर उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिलाया जा रहा है। गौरतलब है कि रिखणीखाल क्षेत्र में पिछले काफी समय से नरभक्षी गुलदार का आंतक व्याप्त है।