नई दिल्ली, 17 सितम्बर। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंप दिया। इसके बाद आम आदमी पार्टी द्वारा उनकी उत्तराधिकारी नामित की गईं आतिशी ने नई सरकार बनाने का अपना दावा पेश किया। केजरीवाल मंगलवार शाम को अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ उपराज्यपाल सचिवालय पहुंचे। उन्होंने रविवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी।
बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए आतिशी ने कहा, ‘हमने नई सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है। मैं दिल्ली के लोगों के हितों की रक्षा करूंगी।’ दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने कहा, ‘हमने उपराज्यपाल को केजरीवाल के फैसले से अवगत करा दिया है। आतिशी ने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है। हमने उपराज्यपाल से अनुरोध किया है कि शपथ-ग्रहण समारोह की तारीख तय करें ताकि 2 करोड़ लोगों के लिए काम किया जा सके।’
मुख्यमंत्री नामित की गईं आतिशी ने दावा किया कि केजरीवाल पर झूठे आरोप लगाए गए हैं और केंद्र सरकार की जांच एजेंसियां उन्हें निशाना बना रही हैं। उन्होंने कहा, ‘उच्चतम न्यायालय ने न केवल उन्हें जमानत दे दी, बल्कि केंद्र और उसकी जांच एजैंसियों के खिलाफ कठोर टिप्पणी भी की और उन्हें ‘पिंजरे में बंद तोता’ बताया।’
केजरीवाल को फिर सी.एम. बनवाने के लिए करूंगी काम : आतिशी
दिल्ली की मुख्यमंत्री नामित किए जाने के बाद अपनी पहली टिप्पणी में आतिशी ने कहा कि वह पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे से दुखी हैं, लेकिन वह उन्हें फिर से मुख्यमंत्री बनवाने के लिए काम करेंगी। ‘आप’ जैसी पार्टी ही उनके जैसे नए नेता को ऐसी जिम्मेदारी सौंप सकती है। मैं अरविंद केजरीवाल के मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री के रूप में काम करूंगी।
आतंकी को बचाने वाले परिवार की महिला का सी.एम. बनना दुखद : स्वाति
राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल ने आतिशी के मुख्यमंत्री चुने जाने पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि दिल्ली की मुख्यमंत्री एक ऐसी महिला को बनाया जा रहा है जिनके परिवार ने आतंकवादी अफजल गुरु को फांसी से बचाने की लंबी लड़ाई लड़ी।
‘दिल्ली के लिए आज बहुत दुखद दिन है। ” सुश्री मालीवाल
आतिशी होंगी दिल्ली की सबसे युवा महिला सी.एम.
आतिशी (43) दिल्ली की सबसे कम उम्र की मुख्यमंत्री और पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी के बाद देश की दूसरी मौजूदा महिला मुख्यमंत्री होंगी। शीला दीक्षित 60 साल की उम्र में दिल्ली की मुख्यमंत्री बनीं, जबकि स्वराज ने 46 साल की उम्र में यह पद संभाला। आतिशी फिलहाल दिल्ली कैबिनेट में सबसे ज्यादा विभागों की जिम्मेदारी संभाल रही हैं।