देहरादून, 31 अक्टूबर। स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टरों के 276 खाली बैकलॉग पदों को शीघ्र भरे जाने की उम्मीद है। विभाग की ओर से बैकलॉग पदों पर भर्ती का प्रस्ताव चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड को अधियाचन के लिये भेज दिया गया है। इससे प्रदेश में डॉक्टरों की कमी को दूर किया जा सकेगा। पर्वतीय व दूरस्थ क्षेत्रों में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
निगरानी तंत्र को विकसित किया जा रहा : धन सिंह रावत
स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने बताया कि प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य विभाग में लंबे समय से खाली पड़े डॉक्टरों के बैकलॉग पदों को शीघ्र भरने निर्णय लिया। चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड के माध्यम से शीघ्र ही 276 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। राजकीय चिकित्सालयों में रोगियों को किसी भी तरह की कठिनाई न हो, इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है। चिकित्सा इकाईयों में दवाओं के साथ मरीजों को अच्छा इलाज मिले। इसके लिए निगरानी तंत्र विकसित किया जा रहा है। डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टॉफ, फार्मासिस्टों की उपस्थिति पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
दून मेडिकल कॉलेज को मिली सात और फैकल्टी
राजकीय दून मेडिकल कॉलेज में सात और फैकल्टी की नियुक्ति को मंजूरी दी है। हेमवती नंदन बहुगुणा उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एमएल भट्ट की अध्यक्षता में आयोजित वॉक-इन-इंटरव्यू के माध्यम से इन फैकल्टी का चयन किया गया है। जिसमें दो एसोसिएट प्रोफेसर और पांच असिस्टेंट प्रोफेसर शामिल है, जिन्हें संविदा के आधार पर नियुक्ति दी गई है।
चयनित संकाय सदस्यों में कम्युनिटी मेडिसिन विभाग में डॉ. प्रियंका डोभाल व दंत विभाग में डॉ. पल्लवी पांडेय को एसोसिएट प्रोफेसर के पद नियुक्ति दी गई है। असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर माइक्रोबायोलॉजी में डॉ. शिवांग पटवाल व डॉ. मनीष कुमार, पैथोलॉजी विभाग में डॉ. अर्शी खान, गायनी विभाग में डॉ. जूही चांदना तथा न्यूरो सर्जरी विभाग में डॉ. अमित कुमार को नियुक्ति प्रदान की गई है।