अयोध्या, 8 दिसम्बर। रामनगरी में बन रहे रामलला के भव्य मंदिर का शिखर सोने का होगा. शिखर के ऊपर 10 फीट तक स्वर्णजड़ित होगा. ये जानकारी मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने मीडिया से बातचीत में दी है. निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक में चल रहे मंदिर निर्माण कार्य को अंतिम रूप देने को लेकर मंथन शुरू कर दिया गया है.
निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि, मंदिर निर्माण कार्य की प्रगति संतोषजनक है और टाइम टेबल के हिसाब से चल रहा है. अभी परिसर में चल रहे निर्माण कार्यों के संबंध में कुछ जानकारी बताई गई है. मंदिर निर्माण का कार्य 15 मार्च तक पूरा होने की संभावना है, उसी के साथ सात अन्य छोटे मंदिरों का निर्माण भी पूरा किया जाएगा. निर्माण कार्य समय के साथ पूरा हो सके इसके लिए मजदूरों की संख्या में बढ़ोतरी की गई है. हालांकि, अभी भी मजदूरों की जो संख्या है, वह थोड़ी कम है. लेकिन, इसमें गति लाने की पूरी कोशिश की जा रही है.
नृपेंद्र मिश्र ने कहा कि, हमारी प्राथमिकता इस समय मंदिर निर्माण पर केंद्रित है और उसके साथ-साथ अन्य इस जुड़े दूसरे कार्यों को भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा. उन्होंने आगे कहा, इसके साथ ही परकोटा का तीन चौथाई कार्य पूर्ण होने की ओर है. मंदिर के निचले हिस्से पर राम कथा का निर्माण कार्य भी शुरू हो चुका है. ये राम कथा पत्थरों पर उकेरी जाएगी और करीब 500 फीट लंबी ये डिजाइन पूरी हो चुकी है. इसे जल्द ही स्थापित करने की तैयारी की जा रही है. इसके अलावा, मंदिर के लिए जरुरी दूसरे निर्माण कार्य जैसे विद्युत सब स्टेशन, फायर स्टेशन और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण के काम भी जारी है. इन सभी कार्यों को जनवरी के अंत तक पूरा कर ट्रस्ट को सौंपने का लक्ष्य है.
निर्माण समिति के अध्यक्ष ने कहा, मंदिर की शिखर संरचना पर भी काम चल रहा है. ये शिखर सोने से मढ़ा होगा लेकिन पूरा स्वर्णजड़ित नहीं होगा. सबसे ऊंचे शिखर से नीचे दस फीट तक सोने की पट्टियां लगाई जाएंगी. साथ ही निर्माण कार्य की गति को संतोषजनक बताते हुए नृपेंद्र मिश्रा ने कहा कि, हम उम्मीद करते हैं कि सभी कार्य समय पर पूरे होंगे, ताकि श्रद्धालु दुर्गा केंद्र के साथ साथ दूसरे सुविधाओं का लाभ जनवरी के अंत तक कर सकें.