देहरादून, 9 दिसम्बर। उत्तराखंड के स्थानीय उत्पादों की मार्केटिंग, ब्रांडिंग व पैकेजिंग को बढ़ावा देने के लिए बनाए गए हाउस आफ हिमालयाज ने तिमूर इत्र की मार्केटिंग शुरू कर दी है। बाजार में पांच हजार रुपये तक में इत्र बिक रहा है। वहीं, सगंध पौध केंद्र सेलाकुई को तिमूर इत्र का पेटेंट मिलने का इंतजार है।
सगंध पौध केंद्र सेलाकुई में प्राकृतिक रूप से उगने वाले तिमूर पर शोध कर बीज से तेल निकाल कर उससे इत्र तैयार किया है। दिसंबर 2023 में देहरादून में हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन के उद्घाटन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी तिमूर इत्र खूब भाया था।
प्रधानमंत्री कई मंचों पर उत्तराखंड के तिमूर इत्र का जिक्र कर चुके हैं। उन्होंने इसकी मार्केटिंग व ब्रांडिंग को बढ़ावा देने की बात कही है। प्रदेश सरकार ने हाउस आफ हिमालयाज ब्रांड के तहत तिमूर इत्र की मार्केटिंग शुरू कर दी है। शुरुआत में गिफ्ट पैक में तिमूर इत्र को शामिल किया गया।
पिथौरागढ़ में विकसित की जा रही है तिमूर घाटी
प्रदेश में अभी तक तिमूर का पौधा प्राकृतिक रूप से उगता है। जबकि नेपाल में इसकी व्यावसायिक खेती होती है। औषधीय गुणों से भरपूर तिमूर के बीज का इस्तेमाल स्थानीय लोग मसाले के रूप में करते हैं। अब प्रदेश सरकार तिमूर की व्यावसायिक खेती को बढ़ावा दे रही है। इसके लिए पिथौरागढ़ जिले में तिमूर घाटी विकसित की जा रही है। सगंध पौध केंद्र सेलाकुई की ओर से 1.50 लाख तिमूर पौधों की नर्सरी तैयार की जा रही है। जिसे अगले साल किसानों को वितरित किया जाएगा।
उत्तराखंड में पहली बार तिमूर के बीज से इत्र बनाया गया है। इत्र के पेटेंट के लिए इंडियन पेटेंट कार्यालय दिल्ली को आवेदन किया गया है। पेटेंट मिलने के बाद इत्र पर किए गए शोध को सार्वजनिक करने से अधिकार सुरक्षित रहेंगे। साथ ही इत्र की मार्केटिंग को बढ़ावा मिलेगा।
-नृपेंद्र सिंह चौहान, निदेशक, सगंध पौध केंद्र सेलाकुई