
यमकेश्वर। स्वास्थ्य, सड़क, पेयजल जैसी बुनियादी समस्याओं से जूझ रहे यमकेश्वर ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम सभा टोला के मतदाता इस बार विधानसभा चुनाव में अपने मताधिकार का बहिष्कार करने जा रहे हैं। ग्रामीणों ने गांव में बैठक आयोजित कर ‘विकास नहीं तो वोट नहीं’ के लिए अन्य ग्रामीणों को प्रोत्साहित करना शुरू कर दिया है।
ग्राम सभा टोला में आयोजित बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि गांव में करीब दो सौ से अधिक मतदाता हैं। एक मतदाता भी प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला बदलने के लिए काफी होता है, लेकिन इस गांव के ग्रामीणों का इसे दुर्भाग्य ही कहिए कि इस चकाचौंंध जिंदगी में भी टोला गांव में ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं के अभाव में परेशानी झेल रहे हैं।
टोला के ग्रामीणों का कहना है कि स्वास्थ्य सुविधा न होने के कारण उन्हें बीमारी में ऋषिकेश या देहरादून भागना पड़ता है। यहां सड़क का यही हाल है। गांव के लोग आज भी 2-3 किमी पैदल चलकर घर पहुंचते हैं। इसके अलावा पानी के लिए भी गांव के लोगों को प्राकृतिक स्रोतों से निर्भर रहना पड़ता है। इन्हीं मूलभूत सुविधाएं न होने के कारण गांव से कई परिवार पलायन कर चुके हैं। ऐसे में विधानसभा चुनाव में मतदान करने का क्या लाभ है। आज तक किसी भी दल के प्रत्याशी ने इस गांव के मतदाताओं की मूलभूत समस्याओं का समाधान करने का वादा नहीं किया है।
बैठक में कोमल सिंह राणा, सुखदेव सिंह राणा, सोहन सिंह राणा, अंकित सिंह, गोविंद सिंह राणा, नरेंद्र सिंह राणा, राहुल सिंह, जगमोहन सिंह राणा आदि कई ग्रामीण शामिल थे।
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