
उज्जैन। उज्जैन में सोमवार को एक इमारत की छत से महाकाल की सवारी के दौरान थूकने और पानी का कुल्ला कर देने के मामले में आरोपियों के खिलाफ सांप्रदायिक भावना को ठेस पहुंचाने और सद्भाव बिगाड़ने समेत पांच धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। घटना के विरोध में सैकड़ों लोगों ने थाने के सामने पहुंचकर काफी देर तक विरोध प्रदर्शन किया।
मध्य प्रदेश के उज्जैन में सोमवार की शाम शहर की फिजा बिगड़ते-बिगड़ते बच गई। एक इमारत की छत पर चढ़े कुछ शरारती तत्व सड़क से गुजर रही महाकाल की सवारी के दौरान थूक रहे थे। सवारी समारोह में मौजूद श्रद्धालुओं और ढोल-नगाड़े वालों ने घटना के वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिए। इससे गुस्साए हिंदू संगठनों ने थाने में जमकर विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने तत्काल सक्रियता दिखाते हुए केस दर्ज कर आरोपियों को पकड़ लिया है।
दरअसल, शहर के टंकी चौराहे के समीप बाबा महाकाल की दूसरी सवारी के दौरान कुछ शरारती तत्व एक बिल्डिंग की छत पर चढ़कर नीचे की ओर थूक रहे थे। जब श्रद्धालुओं ने ऐसा करने से मना किया तो उसके बावजूद भी शरारती तत्व नहीं माने। यह देख चल समारोह में मौजूद कुछ लोगों ने थूकने वालों का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होते ही विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के पदाधिकारी आक्रोशित हो गए और थाने पहुंच गए। थाने में काफी देर तक धरना प्रदर्शन चलता रहा।
एडिशनल एसपी आकाश भूरिया ने इस मामले मे मीडिया को बताया, बाबा महाकाल की सवारी के दौरान ढोल-नगाड़े बजाने वालों ने समुदाय विशेष के लोगों का वीडियो रिकॉर्ड किया था। आरोपी छत पर खड़े होकर नीचे निकल रही सवारी समारोह के दौरान थूक रहे थे। अब इस मामले में खाराकुआं थाना पुलिस ने तीन लड़कों को अभिरक्षा में लिया है। पकड़े गए आरोपियों में दो नाबालिग बताए जा रहे हैं। फिलहाल उनकी उम्र की जांच की जा रही है। https://sarthakpahal.com/
इन धाराओं में केस दर्ज
इस पूरे मामले मे पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 1860 के तहत 295 ए, 153 ए, 296, 505 के तहत प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस पूछताछ में लड़कों ने अपनी सफाई में पानी पीने और कुल्ला करने की बात कही है।