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‘उत्तराखंड में मेरा मंदिर…’ उर्वशी के बयान पर भड़के बद्रीनाथ के लोग, एक्शन की मांग

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नई दिल्ली, 18 अप्रैल। एक्ट्रेस उर्वशी रौतेला अपने बयान के कारण अक्सर किसी न किसी खबर को सुर्खियों में बनी रहती हैं और हाल ही में एक्ट्रेस ने एक ऐसा बयान दिया जिसे लेकर वह दोबारा चर्चा में हैं. दरअसल, पोडकास्टर सिद्धार्थ कन्नन संग बातचीत में एक्ट्रेस उर्वशी रौतेला ने दावा किया कि, ‘उत्तराखंड में पहले से ही मेरे नाम का उर्वशी मंदिर है. आप बद्रीनाथ मंदिर के दर्शन करने जाओगे तो उसके ठीक बाजू में एक मंदिर है, जिसका नाम उर्वशी है और वो मेरे लिए ही डेडिकेटेड है. मेरी बस ये चाह है कि साउथ में भी ऐसा कोई मंदिर हो जो मेरे फैंस के लिए हो.’
बद्रीनाथधाम के तीर्थपुरोहित और पंडा समाज में भारी आक्रोश
उर्वशीरौतेला का बद्रीनाथ धाम के समीप उर्वशी मंदिर को अपना मंदिर बताने के बाद सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा है और लोगों में कहीं ना कहीं अब धीरे-धीरे आक्रोश दिखाई दे रहा है. बद्रीनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित पंडा समाज और यहां के स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश दिखाई दे रहा है, क्योंकि बद्रीनाथ धाम के समीप बामणी गांव में मां उर्वशी का मंदिर मौजूद है. लेकिन, यह उर्वशी रौतेला का नहीं बल्कि भगवान विष्णु के जांघ से उत्पन्न देवी उर्वशी का मंदिर है. यहां के लोग इस मंदिर की पूजा-अर्चना उर्वशी माता और देवी सती के नाम से करते हैं.
पौराणिक मान्यता के अनुसार, माना जाता है कि जब माता सती को मुक्ति दिलाने के लिए शिव शंकर ने पूरे पृथ्वी लोक का भ्रमण किया, तब सुदर्शन चक्र से उन्होंने माता सती के कई टुकड़े किए. यह टुकड़े अलग-अलग जगह गिरे और बद्रीनाथ धाम के बामणी गांव में भी गिरे. वहीं पर उर्वशी मंदिर बना है.देश विदेश की ताजा खबरों के लिए देखते रहिये https://sarthakpahal.com/
उर्वशी मंदिर, बद्रीनाथधाम
दूसरी मान्यता यह भी है कि भगवान विष्णु की जांघ से एक उर्वश नाम की कन्या पैदा हुई, जो आज भी भगवान बद्री विशाल के मंदिर में भगवान विष्णु के साथ विराजमान हैं. जब भगवान विष्णु बद्रीनाथ धाम में तपस्या कर रहे थे, तो उनकी तपस्या को भंग करने के लिए इंद्र ने कई अप्सराएं भेजीं. उन अप्सराएं को अपनी सुंदरता पर बहुत घमंड था. इसी दौरान भगवान विष्णु ने आमर डाली से अपनी जंघा को चीरा और उससे एक उर्वशीनाम की सुंदर कन्या पैदा हुई. जिसके बाद इंद्र द्वारा भेजी गईं अप्सराएं लज्जित होकर वापस चली गईं और भगवान विष्णु ने इंद्र के दरबार में अपने जंघा से पैदा अप्सराओं को उपहार स्वरूप भेजा.
क्या बोले बद्रीनाथ धाम के पूर्व धर्माधिकारी
वहीं, बद्रीनाथ धाम के पूर्व धर्म अधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने बताया, ‘सोशल मीडिया पर एक अभिनेत्री उर्वशी रौतेला बद्रीनाथ में मौजूद उर्वशी मंदिर को अपने नाम का मंदिर होने का जिक्र कर रही है. उर्वशी मंदिर बद्रीनाथ में है. लेकिन, यह मंदिर मां भगवती सती जो कि भगवान शंकर की पत्नी थी उनके शरीर का उर भाग यहां गिरा तब से उर्वशी मंदिर यहां मौजूद है. यह मंदिर भगवती सती, दुर्गा लक्ष्मी के रूप में है. साथ ही, बद्रीनाथ मंदिर और गांव के हक हकूक धारी यानी पांडुकेश्वर और बामणी गांव वाले इन्हें ही अपने इष्ट के रूप में मानते हैं. कोई अभिनेत्री इनको अपना बताती है, हम उसका विरोध करते हैं. सरकार को ऐसे व्यक्ति के प्रति बिल्कुल कोई एक्शन लेना चाहिए. उर्वशीरौतेला ने कहां बद्रीनाथ मंदिर से कुछ दूरी पर उनका मंदिर है और वहां पूजा अर्चना होती है.
क्या बोले बद्रीनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित समाज के अध्यक्ष
बद्रीनाथ धाम के ब्रह्म कपाल तीर्थ पुरोहित समाज के अध्यक्ष अमित सती ने कहां, ‘उर्वशीरौतेला को इस तरह की बयानबाजी नहीं करनी चाहिए थी. यहां पर पौराणिक उर्वशी देवी का मंदिर है. जिसे यहां के लोग उर्वशी देवी के नाम से ही जानते हैं. यह कोई उर्वशी रौतेला का मंदिर नहीं है और इस तरह की बयान बाजी नहीं करनी चाहिए. पांडुकेश्वर और बामणी के ग्रामीण लोग भी अपना विरोध जता रहे हैं. उर्वशीरौतेला के बयान की निंदा के साथ ग्रामीणों ने अपना विरोध दर्ज किया है। https://sarthakpahal.com/

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