
रुद्रप्रयाग, 3 मई। केदारनाथ धाम के लिए 2 मई से 31 मई तक की सभी हेली सेवा टिकटें पूरी तरह बुक हो चुकी हैं। श्रद्धालुओं की भारी संख्या और उत्साह के चलते टिकटें जल्दी ही खत्म हो गईं। अब जो भी टिकट स्लॉट बुक होंगे, वह सात मई के बाद ही बुक हो पाएगी। प्रतिवर्ष की भांति इस बार जनपद में केदारनाथ यात्रा के लिए आठ हवाई कंपनियां संचालित हो रही है। जिसमें गुप्तकाशी से आर्यन एविएशन व ट्रांस भारत, फाटा से पवन हंस हेली एविएशन, ग्लोबल वेक्ट्रा, थुम्बी एविएशन एवं ट्रांस भारत, शेरसी से क्रेस्टल एविएशन, हिमालयन हेली एवं एरो एविएशन शामिल है।
जून माह के लिए इच्छुक श्रद्धालु इस तिथि से IRCTC की आधिकारिक वेबसाइट https://www. heliyatra.irctc.co.in पर जाकर बुकिंग कर सकते हैं। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि केवल आधिकारिक वेबसाइट से ही टिकट बुक करें। अन्य किसी वेबसाइट, सोशल मीडिया पेज या व्हाट्सएप लिंक से की गई बुकिंग अमान्य है और इससे साइबर ठगी का खतरा बढ़ जाता है। पुलिस विभाग ने श्रद्धालुओं को आगाह किया है कि फर्जी लिंक या एजेंट से बचें, अन्यथा उन्हें आर्थिक नुकसान झेलना पड़ सकता है और यात्रा से वंचित भी रहना पड़ सकता है।
हेली टिकट नहीं मिला, तो न करें चिंता
जिन्हें हेली टिकट नहीं मिल पाई है, वे पैदल मार्ग, घोड़े-खच्चर, पालकी या डंडी-कंडी से भी यात्रा कर सकते हैं। ये सेवाएं स्थानीय प्रशासन की देखरेख में व्यवस्थित रूप से उपलब्ध हैं। प्रशासन ने सुरक्षा, स्वास्थ्य, आपदा प्रबंधन, ठहरने की सुविधा और मार्गदर्शन से जुड़ी सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं, ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो। साथ ही प्रशासन की लोगों से अपील है कि वे यात्रा की पूर्व योजना बनाएं, केवल अधिकृत पोर्टल से टिकट बुक करें, और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
एकमात्र अधिकृत वेबसाइट
एसपी अक्षय प्रहलाद कोंडे ने बताया कि केदारनाथ धाम यात्रा के लिए एकमात्र अधिकृत वेबसाइट https://www.heliyatra.irctc. co.in है। प्रचलित यात्रा के पहले चरण यानी 2 मई से 31 मई तक की सभी हेली टिकटें फुल हो चुकी हैं। अब 1 जून से 30 जून तक की हेली टिकटों की बुकिंग के लिए 7 मई को आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर बुकिंग शुरू होगी। इसके अतिरिक्त केदारनाथ धाम के लिए हेलीकॉप्टर टिकट बुकिंग अन्य कोई माध्यम नहीं है। यदि किसी प्रकार के फेसबुक लिंक या पेज, इंस्टाग्राम लिंक, व्हट्सएप चैटिंग या इन्टरनेट पर ढूंढी गई कोई भी वेबसाइट से आप टिकट बुकिंग का प्रयास करते हैं, तो आप निश्चित रूप से साइबर ठगी का शिकार होने जा रहे हैं। इसलिए यदि आपकी टिकट बुकिंग नहीं हो पाई है, तो केदारनाथ धाम जाने के लिए पैदल, घोड़े-खच्चर, पालकी, डण्डी कण्डी इत्यादि से भी जा सकते हैं।