
बदरीनाथधाम, 7 मई। उत्तराखंड के प्रसिद्ध तीर्थस्थल श्री बद्रीनाथ धाम की सुरक्षा व्यवस्था में बुधवार एक अहम बदलाव हुआ है. हर साल की तरह इस बार भी शीतकाल में धाम की सुरक्षा का जिम्मा भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) ने संभाला था, लेकिन अब कपाट खुलने के साथ यह जिम्मेदारी इंडियन रिजर्व बटालियन (IRB) को सौंप दी गई है. ITBP ने कठिन मौसम में भी सुरक्षा सुनिश्चित की और अब यात्रा सीजन में श्रद्धालुओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी IRB निभाएगी.
फिलहाल दो महीने के लिए है ये व्यवस्था परिवर्तन
शीतकाल में बद्रीनाथ धाम के कपाट छह महीने के लिए बंद हो जाते हैं और इस दौरान क्षेत्र में भारी बर्फबारी व बेहद कठिन परिस्थितियां होती हैं. इन हालातों में ITBP के जवान यहां सुरक्षा का जिम्मा संभालते हैं और पूरे समर्पण के साथ अपनी ड्यूटी निभाते हैं. बदरीनाथ कपाट खुलने के बाद मंदिर की सुरक्षा आईटीबीपी से हटाकर पुलिस के हवाले कर दी गई थी। लेकिन, अब आईटीबीपी की 3 प्लाटून को यात्रा मार्ग पर लगाया गया है। उन्हें यात्रियों की सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था का दायित्व दिया गया है। दून से 3 प्लाटूनों में 110 सशस्त्र जवान व अधिकारी पहुंच गए हैं। प्लाटून को गौचर, ज्योतिर्मठ और बदरीनाथ धाम में तैनात किया गया है। आईटीपीबी के जवान पुलिस व होमगार्ड के साथ ट्रैफिक व्यवस्था को भी संभाल रहे हैं। बताया जा रहा है कि फिलहाल ये व्यवस्था 2 महीने के लिए की गई है। एसपी चमोली सर्वेश पंवार ने बताया कि 3 स्थानों पर पुलिस के साथ आईटीबीपी व्यवस्थाओं को संभाल रही है।
IRB संभालेगी बद्रीनाथ धाम की सुरक्षा व्यवस्था
बुधवार को बद्रीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुल गए हैं, तब सुरक्षा की कमान IRB ने संभाल ली है. सीमाद्वार यूनिट के ITBP जवानों ने एक औपचारिक प्रक्रिया के तहत IRB को चार्ज सौंपा. अब यात्रा काल के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा का पूरा जिम्मा IRB पर रहेगा.
ITBP ने IRB को चार्ज सौंपा
इस बदलाव सुरक्षा हस्तांतरण का मकसद यह है कि धाम की सुरक्षा व्यवस्था पूरे साल व्यवस्थित बनी रहे. ITBP ने शीतकाल में जहां विपरीत परिस्थितियों में भी सेवा दी, वहीं अब IRB यात्रा काल में श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेगी. धाम प्रशासन और स्थानीय लोगों ने ITBP के कार्य की सराहना की और IRB के सफल कार्यकाल की कामना की