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CBSE बनाने वाला है AI सेंटर, ऑन स्क्रीन चेक होगी 10वीं और 12वीं बोर्ड की आंसर कॉपी

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नई दिल्ली, 12 अगस्त। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी स्कूल ( सीबीएसई ) अपने स्टूडेंट्स के लिए AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) आधारित डिजिटल एक्सपीरियंस सेंटर बनाएगा। इसे बनाने की मंजूरी बोर्ड की गवर्निंग बॉडी ने दे दी है। यह सेंटर स्टूडेंट्स को एक आधुनिक और तकनीक पर आधारित माहौल में पढ़ाई से जुड़ने का मौका देगा। प्रस्ताव में कहा गया है कि इसका मकसद है जिज्ञासा, नवाचार या इनोवेशन और सीखने की प्रक्रिया की गहरी समझ को बढ़ावा देना है। द्वारका में यह सेंटर बनाया जाएगा।

प्रस्ताव के तहत सबसे पहले ईओआई (एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट) आमंत्रित किए जाएंगे। जो एजेंसियां इसमें रुचि दिखाएंगी, वे अपनी शुरुआती लागत और योजना के अनुमान देंगी। इन्हीं अनुमानों से यह तय होगा कि खर्च कितना होगा, परियोजना कितनी संभव है और इसके लिए बजट कितना चाहिए। इसके बाद ही औपचारिक टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी। सीबीएसई की वित्त समिति ने विचार-विमर्श के बाद इस प्रस्ताव को मंजूरी दी और फिर गवर्निंग बॉडी ने इसे स्वीकृत किया।

ये सेंटर स्टूडेंट्स को ऐसा माहौल देगा जहां स्टूडेंट्स पढ़ाई को सिर्फ किताबों से नहीं, बल्कि नई तकनीक और इंटरेक्टिव तरीकों से सीखेंगे। यहां एआई टेक्नलॉजी और डिजिटल टूल्स की मदद से पढ़ाई मजेदार बनाई जाएगी ताकि स्टूडेंट्स को टॉपिक्स को समझने में आसान होगी। वे अपने विषयों को गहराई से समझ पाएंगे।

ऑन-स्क्रीन आंसर कॉपी चेक करने की तैयारी
सीबीएसई अब 10वीं और 12वीं क्लास की बोर्ड परीक्षाओं की आंसरशीट्स को चेक करने के लिए डिजिटल मूल्यांकन को अपनाएगा। बोर्ड की गवर्निंग बॉडी ने इसके लिए एक से ज्यादा उन एजेंसी चुनने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, जिन्हें डिजिटल मूल्यांकन का पहले से अनुभव हो। बोर्ड का मानना है कि इस कदम से समय बचेगा, गलतियां कम से कम होंगी, मूल्यांकन की सटीकता बढ़ेगी और यह सिस्टम ज्यादा पारदर्शिता लाएगा।

डिजिटल मूल्यांकन सिस्टम के तहत परीक्षकों को आंसरशीट्स स्कैन कर कंप्यूटर की स्क्रीन पर उपलब्ध कराई जाएंगी। 2014 में सीबीसएई ने क्लास 10 की और 2015 में क्लास 12 की बोर्ड परीक्षाओं में कुछ रीजनल ऑफिस में डिजिटल मूल्यांकन कर चुका है। अब इस सीबीसएई का इरादा है कि इसका व्यापक स्तर पर अपनाया जाए और सभी सब्जेक्ट की ऑन-स्क्रीन मूल्यांकन किया जाए।

सदस्यों ने सुझाव दिया कि इसे सभी विषयों में लागू करने से पहले कुछ विषयों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में कई क्षेत्रीय कार्यालयों में आजमाया जाए। वित्त समिति ने इस प्रस्ताव को विचार-विमर्श के बाद मंजूरी दी, जिसे गवर्निंग बॉडी ने भी मंजूरी दे दी है। इस परियोजना की अनुमानित लागत 28 करोड़ रुपये है। इसके सीबीएसई अगले साल से क्लास 9 के लिए ओपन बुक असेसमेंट भी लेकर आ रहा है, जिसके तहत स्टूडेंट्स को किताब/स्टडी मटेरियल खोलकर एग्जाम देने की इजाजत होगी।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत यह फैसला लिया गया है ताकि स्टूडेंट्स रटने के बजाय समझकर जवाब दे। सीबीएसई ने इस बार बोर्ड क्लासों के लिए फीस 6.66% बढ़ा दी है। विदेश के स्कूलों में यह 10% बढ़ाई गई है। यह फीस 2020 के बाद से भरी है। भारत में थ्योरी के पांच सब्जेक्ट के लिए यह 1600 रुपये है। देश विदेश की ताजा खबरों के लिए देखते रहिये https://sarthakpahal.com/

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