
लैंसडौन (कोटद्वार), 16 अगस्त। जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में गुरुवार को बादल फटने की घटना में लैंसडौन की देवरानी-जेठानी की मौत हो गई। दीपा का शव पहले मिल चुका था। जबकि उनकी जेठानी लापता थी। बाद में उनकी जेठानी का शव भी मिल गया। मृतक दोनों की पहचान होने के बाद लैंसडौन स्थित उनके मायके और ऊधम सिंह नगर स्थित ससुराल में मातम पसरा हुआहै। घटना से पूरा परिवार गहरे सदमे में है और लोग पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाने पहुंच रहे हैं। देश विदेश की ताजा खबरों के लिए देखते रहिये https://sarthakpahal.com/
दीपा अग्रवाल परिवार के साथ गयी थी किश्तवाड़ मचैल मंदिर
लैंसडौन के व्यापारी और सामाजिक कार्यकर्ता रामदास गुप्ता की बेटी दीपा अग्रवाल (50) अपने पति संदीप अग्रवाल, बेटे दक्ष अग्रवाल (16), जेठ अशोक अग्रवाल और जेठानी नीता अग्रवाल के साथ प्रसिद्ध किश्तवाड़ जिले के मचैल माता मंदिर में पूजा करने गई थीं। दीपा अग्रवाल के भाई व्यापार मंडल लैंसडौन के सचिव मोहित गुप्ता ने बताया कि मचैल माता के दर्शन के बाद पूरा परिवार वहां लगे लंगर में बैठा था। तभी अचानक बादल फटने से आए सैलाब की चपेट में दीपा और उनकी जेठानी नीता अग्रवाल आ गईं। अशोक अग्रवाल और उनके बेटे दक्ष ने किसी तरह खुद को बचा पाए। मोहित गुप्ता ने बताया कि दीपा और नीता के शव बरामद हो गए हैं।
हादसे में अब तक 65 लोगों की मौत की पुष्टि
जम्मू-कश्मीर में किश्तवाड़ जिले के चसोटी गांव में सर्च-रेस्क्यू का आज तीसरा दिन है। 14 अगस्त की दोपहर 12.25 बजे यहां बादल फटा था। इस कारण मलबे में दबने से अब तक 65 लोगों की मौत हो चुकी है। अब तक 34 शवों की पहचान की जा चुकी है। 500 से ज्यादा लोग रेस्क्यू किए गए हैं, जबकि 200 लोग अब भी लापता हैं। घायलों की संख्या 180 है, जिनमें से 40 की हालत गंभीर है। सभी घायलों को किश्तवाड़-जम्मू के अस्पतालों में भर्ती किया गया है। 75 लोगों की डिटेल उनके परिजन ने प्रशासन को दी है। रेस्क्यू में NDRF की 3 टीमें, सेना (300+ जवान), व्हाइट नाइट कोर मेडिकल टीम, पुलिस, SDRF और अन्य एजेंसियां रेस्क्यू में जुटी हैं।