
देहरादून, 4 सितम्बर। उत्तराखंड सरकार हर साल प्रदेश में बेहतर और उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित करती है. इसी क्रम में गुरुवार को सर्वे चौक स्थित आईआरडीटी सभागार में राज्य स्त्री शक्ति, तीलू रौतेली और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया. जिसमें सीएम धामी ने तमाम क्षेत्रों में उत्कृष्ट और बेहतर काम करने वाली 13 महिलाओं को तीलू रौतेली पुरस्कार प्रदान किये. साथ ही 33 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को भी सम्मानित किया किया गया.
इन महिलाओं को मिला तीलू रौतेली पुरस्कार
– मीता उपाध्याय (बागेश्वर) – सामाजिक क्षेत्र, – अलीशा मनराल (चमोली) – खेल, – सुरभि (चम्पावत) – साहित्य, – अनामिका बिष्ट (चम्पावत) – खेल, – शिवानी गुप्ता (देहरादून) – खेल, समाजसेवा, – रूमा देवी (हरिद्वार) – खेल, – नैना (नैनीताल) – खेल, – रोशमा देवी (पौड़ी गढ़वाल) – सामाजिक क्षेत्र, – रेखा भट्ट (पिथौरागढ़) – सामाजिक क्षेत्र, – हेमा नेगी करासी (रुद्रप्रयाग) – लोक गायन, – साक्षी चौहान (टिहरी गढ़वाल) – खेल, – रेखा (ऊधमसिंह नगर) – खेल, – विजयलक्ष्मी जोशी (उत्तरकाशी) – सामाजिक क्षेत्र।
इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वीरांगना तीलू रौतेली को नमन करते हुए कहा कि, तीलू रौतेली ने महज 15 साल की उम्र में अपने रण कौशल से विरोधियों को परास्त किया. जिस उम्र में बच्चे खेलना, कूदना और पढ़ना सीखतें हैं, उसी उम्र में तीलू रौतेली ने अदम्य साहस और वीरता का परिचय दिया. इसलिए वीरांगना तीलू रौतेली को उत्तराखंड की झांसी की रानी कहना गलत नहीं होगा. सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नारी तू नारायणी के मंत्र के साथ मातृशक्ति के कल्याण और सशक्तिकरण के लिए काम कर रहे हैं.
– सुनीता देवी (अल्मोड़ा)- सुनीता (अल्मोड़ा), – सोनी फर्तयाल (अल्मोड़ा), – मुन्नी रावत (बागेश्वर), – शोभा देवी (चमोली), – सरोजनी देवी (चम्पावत), – दीपा पांडं (चम्पावत), – पिंकी भट्ट (देहरादून), – उर्मिला तोमर (देहरादून), – नंदिनी (देहरादून), – वंदना सैनी (हरिद्वार), – इंदु (हरिद्वार), – ललिता सहगल (हरिद्वार), – सोनिया शर्मा (हरिद्वार), – नीता आर्या (नैनीताल), – कंचन तिवारी (नैनीताल), – सीमा कुमारी (नैनीताल), – उषा बिष्ट (पौड़ी गढ़वाल), – गंगोत्री (पौड़ी गढ़वाल), – हेमा जैन (पिथौरागढ़), – पुष्पा देवी (पिथौरागढ़), – वंदना (पिथौरागढ़), – विमला रावल (पिथौरागढ़), – जानकी भंडारी (रुद्रप्रयाग), – सुनीता भट्ट (टिहरी गढ़वाल), – ज्योति सजवाण (टिहरी गढ़वाल), – बागेश्वरी (टिहरी गढ़वाल), – ममता राणा (ऊधमसिंह नगर), – साइमा इकबाल (ऊधमसिंह नगर), – अनीता कटारिया (ऊधमसिंह नगर), – मीना नगडाली (ऊधमसिंह नगर), – सुनीता भट्ट (उत्तरकाशी), – मंजू पंवार (उत्तरकाशी)।

संसद और विधानसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने के साथ ही बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान, उज्ज्वला योजना, लखपति दीदी योजना, केंद्र सरकार हर तरह से महिलाओं को सशक्त बना रही है. इसी तरह ट्रिपल तलाक जैसी कुप्रथा को समाप्त करके भी प्रधानमंत्री मोदी ने देश की महिलाओं को सामाजिक तौर पर मजबूत किया है. प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य सरकार भी मातृशक्ति के कल्याण के लिए समर्पित होकर कार्य कर रही है. इसी क्रम में राज्य सरकार ने जहां महिलाओं के लिए सरकारी सेवाओं में 30 प्रतिशत आरक्षण लागू किया है. महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए देश में सर्वप्रथम समान नागरिक संहिता को लागू करने का ऐतिहासिक काम किया है.
तीलू रौतेली पुरस्कार राशि 31 से बढ़ाकर 51 हजार रुपये की गयी
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने साल 2023 से तीलू रौतेली पुरस्कार राशि 31 हजार रुपए से बढ़ाकर 51 हजार किया. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पुरस्कार धनराशि 21 हजार रुपए से बढ़ाकर 51 हजार कर दी है. उन्होंने कहा राज्य सरकार ने आंगनबाड़ी, मिनी आंगनबाड़ी बहनों और सहायिकाओं को सशक्त बनाने के लिए उनके मानदेय में वृद्धि की है. पहले आंगनबाड़ी बहनों को 7500 रुपए का मानदेय मिलता था, उन्हें अब 9300 रुपए कर दिया गया है. इसी तरह अब मिनी आंगनबाड़ी को 4500 के बजाय 6250 और सहायिकाओं को 3550 के बजाय 5250 रुपए का मानदेय मिलता है।. इसके साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सुपरवाइज़र के पद पर पदोन्नति दिए जाने का भी प्रावधान किया गया है.://देश विदेश की ताजा खबरों के लिए देखते रहिये https://sarthakpahal.com/