मोबिक्विक ऐप में तकनीकी खामी के चलते कम्पनी के वॉलेट से 2500 खातों में ट्रांसफर हो गए 40.22 करोड़ रुपए

गुड़गांव, 16 सितम्बर। डिजिटल पेमैंट कंपनी मोबिक्विक में तकनीकी खामी का लोगों ने जमकर फायदा उठाया। लोगों ने 4 दिनों में 40,22,32,210 रुपए कंपनी के वॉलेट से 2500 से ज्यादा बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिए। इस बात का पता चलते ही कम्पनी ने पुलिस को शिकायत दी।
पुलिस के मुताबिक, लोगों ने मोबिक्विक से एक खाते से दूसरे के खाते में रुपए ट्रांसफर किए लेकिन जिसने रुपयों को ट्रांसफर किया उसके खाते से रुपए नहीं निकले, पर यह रुपए मोबिक्विक के वॉलेट से निकल गए। वहीं दूसरी तकनीकी खामी यह आई कि गलत पिन डालने पर भी रुपए ट्रांसफर हो गए।
लोगों के खातों में बड़ी रकम ट्रांसफर होने पर तकनीकी गड़बड़ी का पता चलते ही कम्पनी के अधिकारियों ने खामी को पकड़ा और उसे दुरुस्त किया और फिर पुलिस को शिकायत की। पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए 6 आरोपियों रेवासन निवासी रेहान, उटावड निवासी मोहम्मद शकील, फिरोजपुर झिरका निवासी वकार यूनुस, नगीना निवासी वसीम अकरम, फिरोजपुर झिरका निवासी मोहम्मद आमिर तथा मोहम्मद अंसार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ के बाद 2500 बैंक खातों में मौजूद 8 करोड़ रुपए फ्रीज करवा दिए हैं।
2017 में भी कम्पनी के सर्वर में खामी आने से 19.60 करोड़ की हुई थी धोखाधड़ी
इस तरीके की तकनीकी खामी कंपनी के सर्वर में साल 2017 अक्तूबर में भी आई थी। तब कंपनी के खाते से लगभग 6,000 लोगों ने 19.60 करोड़ रुपए निकाल कर धोखाधड़ी को अंजाम दिया था।