
देहरादून, 18 सितम्बर। देहरादून में बादल फटने की घटना ने सहारनपुर के कई परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया है. मीरपुर थाना फतेहपुर और आसपास के गांवों के छह मजदूरों का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है. लापता मजदूरों में मीरपुर के मिथुन (32), उनके पिता श्यामलाल (65), धर्मेंद्र (42) और विकास (26) शामिल हैं. यह सभी मजदूरी करने के लिए देहरादून गए थे.
मिथुन और श्यामलाल आपस में पिता-पुत्र थे. हादसे के बाद घर में मातम पसरा है. मिथुन की पत्नी कविता पांच बेटियों के साथ बेसहारा हो गई हैं. सबसे बड़ी बेटी 15 साल की है जबकि सबसे छोटी डेढ़ साल की है. बच्चियां लगातार पापा और दादा के लौटने की बात पूछ रही हैं, लेकिन किसी के पास कोई जवाब नहीं है.
बादल फटने की घटना से कई परिवार उजड़े
विकास पहली बार मजदूरी के लिए घर से बाहर गया था. उसकी बहन आरती ने बताया कि विकास ने घर लौटने का भरोसा दिलाया था लेकिन अब तक उसकी कोई खबर नहीं है. धर्मेंद्र ने हादसे वाली रात फोन पर पत्नी बबिता को बताया था कि बाहर पानी ज्यादा है और खतरा है। उसी रात बादल फटने से उनकी भी कोई जानकारी नहीं मिल सकी.
गांव के 6 मजदूरों का अबतक कोई पता नहीं
हादसे को 60 घंटे से ज्यादा हो चुके हैं. गांव में खामोशी और मातम का माहौल है. परिजन और ग्रामीण देहरादून में तलाश कर रहे हैं. प्रशासन की टीमें मौके पर जुटी हैं लेकिन अब तक मजदूरों का कोई सुराग नहीं मिला. गांव के लोग लगातार दुआ कर रहे हैं कि उनका कोई अपने सुरक्षित लौट आए.