
देहरादून, 20 सितम्बर। देहरादून पुलिस और एसटीएफ उत्तराखंड ने संयुक्त कार्रवाई कर नकल माफिया हाकम सिंह और उसके सहयोगी पंकज गौड़ को गिरफ्तार किया है। ये दोनों अभ्यर्थियों को परीक्षा में पास कराने का झांसा देकर 12 से 15 लाख रुपये तक की मांग कर रहे थे।
21 सितंबर को आयोजित उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की स्नातक स्तरीय प्रतियोगी परीक्षा के मद्देनज़र पुलिस ने संदिग्धों पर सतर्क निगरानी रखी। इसी दौरान सूचना मिली कि एक गिरोह अभ्यर्थियों को पास कराने का प्रलोभन देकर ठगी की योजना बना रहा है। गोपनीय जांच में पंकज गौड़ का नाम सामने आया, जो अभ्यर्थियों से संपर्क कर पैसे की मांग कर रहा था।
पटेलनगर क्षेत्र से पकड़े गए दोनों आरोपितो ने पूछताछ में स्वीकारा कि अभ्यर्थियों के स्वतः चयन हो जाने पर वे पैसे हड़प लेते और असफल होने वालों को अगली परीक्षा में एडजस्ट करने का झांसा देते। पुलिस ने स्पष्ट किया कि इस पूरे प्रकरण में परीक्षा की गोपनीयता और सुचिता पर कोई आंच नहीं आई है। आरोपियों पर उत्तराखंड प्रतियोगी परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम) अध्यादेश 2023 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान इस प्रकार हुई
1. हाकम सिंह (42 वर्ष), पुत्र केदार सिंह, निवासी ग्राम निवाड़ी पोस्ट बैटरी, थाना मोरी, जनपद उत्तरकाशी।
2. पंकज गौड़ (32 वर्ष), पुत्र केशवानंद गौड़, निवासी ग्राम कंडारी, ब्लॉक नौगांव, राजस्व थाना कंडारी, बड़कोट, जनपद उत्तरकाशी।
दोनों के खिलाफ कोतवाली पटेल नगर में उत्तराखंड प्रतियोगी परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम एवं उपाय) अध्यादेश 2023 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
आरोपियों की योजना थी कि अभ्यर्थियों के स्वत: चयन होने पर पैसे रख लेंगे। सफल न होने वाले अभ्यर्थियों को आगे की परीक्षा में पैसों को एडजेस्ट करने के नाम पर झांसे में रखने की योजना थी। अभ्यर्थियों से पूछताछ में स्पष्ट हुआ कि किसी ने पैसे नहीं दिये, पैसे लेने का प्रयास किया गया था।
-नवनीत भुल्लर, एसएसपी, एसटीएफ