उत्तराखंड के विद्यालयों की टाइमिंग में हुआ बदलाव, अब आधा घंटा ज्यादा होगी पढ़ाई

देहरादून, 20 सितम्बर। प्रदेश के विद्यालयों के समय में आधा घंटे की बढ़ोतरी की जा रही है, ताकि विद्यार्थियों को पठन-पाठन का अधिक समय मिल सके। अभी तक साल में 220 दिन विद्यालयों कक्षाएं संचालित की जाती थी, जिसे बढ़ाकर 240 दिन किया जा रहा है।
यही नहीं, सर्दियों में विद्यालय का समय पांच घंटे बीस मिनट और गर्मियों में चार घंटे पचास मिनट निर्धारित था, जिसमें अब हर रोज तीस मिनट और जुड़ जाएंगे। इस नवीन समयसारिणी को राज्य स्तरीय टास्क फोर्स ने कक्षा तीन से लेकर 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए बनाया है।
नई व्यवस्था से विद्यार्थियों को अधिक अध्ययन समय मिलेगा और शिक्षा का स्तर बेहतर होने की उम्मीद जताई गई है। परीक्षा एवं मूल्यांकन के लिए 20 दिन निर्धारित टास्क फोर्स ने जिस पाठ्यचर्या को मंजूरी दी, उसके अनुसार परीक्षा एवं मूल्यांकन के लिए 20 दिन रखे गए हैं। पहले परीक्षा और मूल्यांकन के लिए दिन निर्धारित नहीं थे। सह शैक्षणिक गतिविधियों और बस्ता रहित दिवसों के लिए भी पहली बार दस-दस दिन निर्धारित किए गए हैं ।
नई पाठ्यचर्या को पांच भागों में बांटा
पहले भाग में विद्यालयी शिक्षा के उद्देश्य, मूल्य, दक्षता और ज्ञान पर जोर है।
दूसरे भाग में क्रास विषय, मूल्य आधारित शिक्षा, पर्यावरणीय संवेदनशीलता, समावेशन और शैक्षणिक प्रौद्योगिकी शामिल हैं।
तीसरे भाग में विषयवार मानक, विषयवस्तु, शिक्षा शास्त्र और मूल्यांकन दिशा-निर्देश हैं।
चौथे भाग में विद्यालयी संस्कृति, अनुकूल वातावरण और सामाजिक मूल्यों पर ध्यान है।
पांचवें भाग में शिक्षा तंत्र की क्षमताएं, सेवा शर्तें, भौतिक ढांचा और समुदाय-परिवार की भूमिका को जोड़ा गया है।
राज्य में विद्यालयों की संख्या
प्राथमिक – 13,756
उच्च प्राथमिक – 5,483
माध्यमिक स्तर- 3,930
राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के प्रविधानों के तहत तैयार राज्य पाठ्यचर्या को राज्य स्तरीय टास्क फोर्स ने सर्वसम्मति से पारित कर दिया है, जिसमें विद्यालय समय में आधे घंटे की बढ़ोतरी की गई है।
पदमेंद्र सकलानी, अपर निदेशक एससीईआरटी