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पेपर लीक का मुख्य आरोपी खालिद गिरफ्तार, रूम नंबर-9 में दी थी परीक्षा, 18 में से 3 कमरों ने नहीं था जैमर

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देहरादून, 23 सितम्बर। UKSSSC के पेपर लीक मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी खालिद को हरिद्वार के किसी अज्ञात स्थान से गिरफ्तार किया है. यह गिरफ्तारी देहरादून और हरिद्वार SSPs की संयुक्त कार्रवाई में की गई. दोनों SSPs खालिद से वहीं पूछताछ कर रहे हैं.

बहादराबाद के रूम नं 9 में दे रहा था पेपर
सोशल मीडिया पर वायरल हुए पेपर मामले में खालिद की बहन साबिया को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. पूछताछ में सामने आया कि खालिद बहादराबाद सेंटर में रूम नंबर-9 में परीक्षा दे रहा था, जहां जैमर नहीं लगा था. पूरे सेंटर के 18 कमरों में से सिर्फ 15 में ही जैमर लगाए गए थे. रूम नंबर-9 उनमें शामिल नहीं था, जिससे पेपर लीक की संभावना बनी.

खालिद ने चार सेंटरों से भरे थे आवेदन


पुलिस जांच में यह भी पता चला कि खालिद ने चार अलग-अलग सेंटरों से आवेदन भरे थे, जबकि नियम के मुताबिक एक अभ्यर्थी सिर्फ एक ही सेंटर से आवेदन कर सकता है. खालिद की बहन साबिया ने टिहरी की एक असिस्टेंट प्रोफेसर को पेपर भेजा और वहां से उत्तर खालिद तक पहुंचाए. फिलहाल पुलिस यह नहीं पता कर पाई है कि पेपर किस डिवाइस से सेंटर से बाहर गया. खालिद की गिरफ्तारी के बाद कई बड़े खुलासे की उम्मीद की जा रही है. पूछताछ के दौरान पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि 18 कमरों में से सिर्फ 15 में ही जैमर किसने लगाए थे और इस पेपर लीक में कौन-कौन शामिल है.

3 कमरों में नहीं लगे थे जैमर
सेंट्रल पुलिस की जांच अब खालिद की गिरफ्तारी पर केंद्रित है. उसकी गिरफ्तारी के बाद कई नए खुलासे हो सकते हैं. बेरोजगार युवा इस मामले में सीबीआई जांच और पेपर रद्द कराने की मांग कर रहे हैं. एसपी देहात जया बलूनी ने बताया कि मामले की जांच लगातार जारी है और मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी से मामले की कड़ियां जुड़ने की उम्मीद है. पूरे मामले ने UKSSSC के दावों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि सेंटर में जैमर की कमी और मोबाइल जैसे डिवाइस के प्रवेश ने परीक्षा की पारदर्शिता पर शक पैदा किया है.

बहन न्यायिक हिरासत में भेजी, भाई को ले सकते हैं रिमांड पर
मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी की विवेचना अधिकारी एसपी (देहात) जया बलोनी ने बताया कि आरोपी साबिया को पूरी जानकारी थी कि उसका भाई खालिद बहादुरपुर जट स्थित परीक्षा केंद्र पर परीक्षा दे रहा था। इसके बावजूद उसने नकल कराने के इरादे से प्रश्न पत्र के स्क्रीन शॉट सहायक प्रोफेसर सुमन को भेजे और उनसे उत्तर भी प्राप्त किए। साबिया को प्रश्न पत्र भेजने वाले की तलाश जारी है। खालिद को हरिद्वार से देहरादून लाकर पूछताछ की जा रही है, यदि आवश्यकता हुई तो बुधवार को उसे कस्टडी रिमांड पर लिया जा सकता है। इस बीच साफिया को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
मोबाइल पर था प्रतिबंध फिर केंद्र में कैसे खींचा गया फोटो
यूकेएसएसएससी की स्नातक स्तरीय परीक्षा का पेपर बाहर आना पहेली बना हुआ है। एक तो साफ हो गया कि जैमर काम नहीं कर रहा था लेकिन दूसरा सवाल यह है कि जब मोबाइल प्रतिबंधित था तो भीतर फोटो कैसे खींचा गया। क्या किसी ने आरोपी खालिद की मदद की।आयोग ने मोबाइल समेत सभी तरह की इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पर सख्त प्रतिबंध लगाया हुआ था। सवाल यह उठ रहा है कि भीतर मोबाइल किसका था? क्या इसमें कोई और भी मिला हुआ है? पेपर भेजने का आरोपी अभ्यर्थी खालिद अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर है। आयोग भी इस सवाल का जवाब तलाशने में जुटा है कि खालिद की मदद किसने की।

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