
देहरादून, 7 अक्टूबर। दो दिनों से लगातार हो रही बारिश से पहाड़ों पर बर्फबारी हो रही है। हेमकुंडसाहिब में दो फीट तक बर्फ जम चुकी है जबकि बदरीनाथ के पीछे की पहाड़ियों पर बर्फबारी होने से धाम में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। वहीं केदारनाथ धाम में दूसरे दिन भी बर्फ गिरी। साथ ही गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की ऊंची चोटियों पर भी बर्फबारी हुई।
हेमकुंडसाहिब का ट्रैक बर्फ से ढका
हेमकुंडसाहिब और लोकपाल मंदिर में करीब दो फीट तक बर्फ जम चुकी है। हेमकुंड साहिब का ट्रैक बर्फ से ढक चुका है, जिससे यहां श्रद्धालुओं को आवाजाही में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। पुलिस और एसडीआरएफ के जवान रास्ते पर तैनात रहे और यात्रियों को आवाजाही में मदद करते रहे। हेमकुंड साहिब और लक्ष्मण मंदिर के कपाट 10 अक्तूबर को बंद हो रहे हैं। वहीं बदरीनाथ धाम में रुक-रुककर बर्फबारी होती रही लेकिन जम नहीं पाई।
फूलों की घाटी भी बर्फ से लकदक
वहीं केदारनाथ धाम में मंगलवार को भी सुबह हल्की बर्फबारी हुई जबकि चोटियों पर बर्फ जमी है। मौसम विभाग के अलर्ट के कारण दो दिनों तक फूलों की घाटी बंद रही यहां भी घाटी बर्फ से लकदक हो गई है। इस बार समय से पहले बर्फबारी होने से सीमांत क्षेत्र के गांव बर्फ से ढक गए हैं। ऐसे फसल को भी नुकसान होने की आशंका है। करीब 30 साल बाद ऐसा हुआ है जब अक्तूबर के पहले सप्ताह में बर्फबारी हुई है।
नीती घाटी के गमशाली, फरकिया, द्रोणागिरी, बाम्पा, मलारी सहित घाटी के अन्य गांवों में जमकर बर्फ गिरी है। नीती घाटी में खेतों में अनाज नहीं निकाला गया है। ऐसे में बर्फबारी से फसल को नुकसान होने की आशंका है। माणा और नीती की अग्रिम चौकियां बर्फ से ढक चुकी हैं।
कई वर्षों के बाद अक्तूबर में दिखा ऐसा खूबसूरत नजारा
आंकड़ों पर नजर डालें तो दून का अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री गिरावट के साथ 27.4 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है। वहीं, दोपहर बाद हुई तेज दौर की बारिश से न सिर्फ मौसम सुहाना हुआ, बल्कि ठंड के चलते लोगों को हल्के गर्म कपड़े भी बाहर निकल गए। हालांकि रात का न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक रहा। बारिश के आंकड़ों की बात करें तो अकेले दून में 9.7 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। जबकि बीते दिनों यह तापमान सामान्य से तीन से चार डिग्री तक की बढ़ोतरी के साथ दर्ज किया जा रहा था।