गढ़वाली गीत माया बांद के गायक मंगलेश डंगवाल को वन विभाग की तरफ से कारण बताओ नोटिस जारी

देहरादून, 11 अक्टूबर। उत्तराखंड के फेमस लोकगीत गायक मंगलेश डंगवाल एक फोटो को लेकर विवादों में आ गए हैं. खास बात यह है कि इस फोटो के चक्कर में उन्हें वन विभाग ने कारण बताओ नोटिस भी जारी कर दिया है. आखिर इस फोटो में ऐसा क्या है, कि वन विभाग को उन्हें कारण बताओ नोटिस देना पड़ा. जानिए ईटीवी भारत की रिपोर्ट में..
लोक गायक मंगलेश डंगवाल की एक कार के साथ फोटो विवादों में
माया बांद गीत से उत्तराखंड के संगीत जगत में धूम मचाने वाले मंगलेश डंगवाल इन दिनों अपने सुर या गीत को लेकर नहीं, बल्कि एक ऐसी फोटो को लेकर चर्चाओं में आ गए हैं, जिसकी चर्चा सोशल मीडिया पर जमकर हो रही है. दरअसल मंगलेश इस फोटो में ऐसी कार के सामने खड़े हैं जिस पर ब्रांड एंबेसडर वन विभाग लिखा है. सवाल उठ रहा है कि आखिरकार लोकगीत गायक मंगलेश डंगवाल वन विभाग के ब्राड एंबेसडर कब बन गए और क्या कार में इस तरह के बोर्ड को लगाने का उन्हें अधिकार है.
वन विभाग ने मंगलेश डंगवाल को भेजा कारण बताओ नोटिस
बड़ी बात यह है कि वन विभाग ने मामले पर फजीहत होता देख फॉरन लोकगीत गायक मंगलेश डंगवाल को कारण बताओं नोटिस जारी कर दिया है.
भागीरथी सर्कल के CF धर्म सिंह मीणा ने नोटिस देने की पुष्टि की. उन्होंने कहा कि
नोटिस में पूछा गया है कि आखिरकार मंगलेश डंगवाल ने ब्रांड एंबेसडर शब्द को अपने निजी पहचान या काम के लिए क्यों प्रयोग किया. अब इसका जवाब लोकगीत गायक मंगलेश डंगवाल को देना है.
धर्म सिंह मीणा, भागीरथी सर्कल के CF
वन विभाग 2023 में डंगवाल को सर्टिफिकेट दे चुका है
वैसे मंगलेश डंगवाल को वन विभाग के भागीरथी सर्कल ने टिहरी में हुए खेलों के दौरान प्रोत्साहित करने के लिए सर्टिफिकेट दिया था. इस सर्टिफिकेट में उन्हें भागीरथी सर्कल के ब्रांड एंबेसडर के रूप में पहचान दी गई. खास बात यह है कि यह आयोजन साल 2023 में किया गया जिसमें वन मंत्री सुबोध उनियाल के हस्ताक्षर से यह सर्टिफिकेट उन्हें मिला था. इस बात की पुष्टि खुद वन मंत्री सुबोध उनियाल ने की है. खास बात यह भी है कि सोशल मीडिया पर अचानक ही फोटो सामने आ गई और हर कोई गाड़ी पर इस तरह ब्रांड एंबेसडर लिखे जाने को लेकर अपनी अपनी प्रतिक्रिया देने लगा.