
देहरादून, 24 अक्टूबर। नहाय खाय के साथ शनिवार से छठ महापर्व शुरू हो जाएगा। साथ ही 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू हो जाएगा। इसे लेकर दून में जोर शोर से तैयारी चल रही है। शुक्रवार को दिनभर बाजार गुलजार रहे। बाजार में छठ व्रत और पूजन में इस्तेमाल होने वाले सामानों की खूब खरीदारी की गई। वहीं, घाटों पर भी सजावट का काम शुरू हो गया।
दून में 23 से अधिक घाटों पर छठ पूजा होगी। छठ महापर्व के पहले दिन शनिवार को नहाय खाय होगा। इसके बाद से ही निर्जला व्रत भी शुरू हो जाएगा। चार दिन तक छठ पूजा की रस्में होंगी। छठ पूजा के लिए शुक्रवार को दिनभर घाटों पर तैयारी हुई। वहीं, बाजार भी गुलजार रहा।


बाजार में बांस की टोकरी, सूप समेत छठ पूजा की अन्य सामग्री की खूब खरीदारी हुई। शहर के झंडा बाजार, निरंजनपुर, सहारनपुर चौक समेत कई जगह बाजार में खरीदारी की गई। छठ घाटों को भी सजाने का काम शुरू हो गया। चंद्रबनी, टपकेश्वर, रायपुर, मालदेवता, प्रेमनगर समेत अन्य कई जगह घाटों पर तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया गया।
नहाय खाय की मान्यता
पहले दिन नहाय खाय के साथ ही व्रत की शुरुआत होती है। इस दिन व्रती स्नान कर शुद्ध भोजन ग्रहण करते हैं। नहाय-खाय वाले दिन से ही छठ का प्रसाद बनाने की तैयारी शुरू कर दी जाती है। व्रती के साथ घर के सदस्य मिलकर इसकी तैयारी करते हैं। छठ का प्रसाद बनाने के लिए चूल्हा और बर्तन बिल्कुल अलग होता है। इसके अलावा व्रती और परिवार के सदस्यों को लहसुन, प्याज इत्यादि खाना वर्जित होता है। नहाय खाय के साथ ही निर्जला व्रत भी शुरू हो जाता है।
मुख्यमंत्री से दो दिन के अवकाश की मांग
छठ पूजा पर दो दिन सार्वजनिक अवकाश की मांग के लिए बिहारी महासभा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखा। अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि छठ पूजा एक महत्वपूर्ण पर्व है। व्रती कठोर अनुष्ठान और उपवास करते हैं। इस त्योहार के महत्व को देखते हुए कई राज्यों में अवकाश की घोषणा की जाती है। इसी तर्ज पर उत्तराखंड में भी 27 और 28 अक्तूबर को अवकाश की घोषणा की जाए।
छठ पूजा की तिथि- 25 अक्तूबर- नहाय खाय, 26 अक्तूबर- खरना, 27 अक्तूबर- संध्या अर्घ्य, 28 अक्तूबर- ऊषा अर्घ्य
छठ पूजा दिवाली के बाद आने वाला एक अत्यंत पवित्र त्योहार है. यह पर्व सूर्य देव और छठी मैया को समर्पित होता है. चार दिनों तक चलने वाले इस पर्व की शुरुआत नहाय खाय से होती है, उसके बाद खरना, संध्या अर्घ्य और प्रातः अर्घ्य आते हैं. प्रातः अर्घ्य पर ही छठ की समाप्ति होती है. इस वर्ष छठ पूजा 25 अक्टूबर 2025 से शुरू हो रही है. यह पर्व अत्यंत शुद्धता, नियम और संकल्प के साथ मनाया जाता है. इसलिए पूजा और व्रत को विधि-विधान से पूरा करने के लिए आवश्यक सामग्रियों की पूरी तैयारी पहले से करना बेहद जरूरी है.
छठ पूजा की सामग्री लिस्ट
5 पत्ते लगे हुए गन्ने, 2 बांस की बड़ी टोकरियां, 1 लोटा, थाली और चम्मच, पानी वाला नारियल, 1 गिलास, दूध और जल के लिए, केला, पान और सुपारी, सुथनी, शरीफा, शकरकंदी, हल्दी, अदरक का हरा पौधा, नाशपाती, मूली, डाभ नींबू, सिंघाड़ा, चावल, गुड़, मिठाई, ठेकुआ, चावल का आटा, गेहूं, शहद, सिंदूर, दीपक, कलावा, धूप, फूल-माला, कुमकुम, नई साड़ी



