
देहरादून, 31 अक्टूबर। गुजरात के केवडिया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के सामने आयोजित एकता परेड में उत्तराखंड की झांकी के जरिए देवभूमि की प्रकृति, संस्कृति और प्रगति के तमाम रूप-रंगों की छटा बिखरी. एकता परेड में निकली झांकियों का निरीक्षण करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड की झांकी और लोक कलाकारों के प्रदर्शन की ताली बजाकर सराहना भी की.
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के सामने एकता परेड में निकली उत्तराखंड की झांकी
दरअसल, सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर केवडिया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के सामने एकता परेड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में राष्ट्रीय स्तर का मुख्य समारोह आयोजित किया गया. इस समारोह में देश के चुनिंदा 8 राज्यों के साथ उत्तराखंड को भी झांकी प्रदर्शन करने का मौका मिला.
अष्ट तत्त्व और एकत्व थी झांकी की थीम
अष्ट तत्त्व और एकत्व की थीम पर आधारित उत्तराखंड की झांकी के जरिए एकता परेड में राज्य के धार्मिक स्थलों, नैसर्गिक सौंदर्य और सांस्कृतिक समृद्धि के साथ ही विकास के तमाम आयामों को प्रदर्शित किया. सूचना विभाग के संयुक्त निदेशक के नेतृत्व में उत्तराखंड की झांकी के साथ राज्य के लोक कलाकारों के दल ने लोकगीत की धुनों के साथ पारंपरिक नृत्य का भी प्रदर्शन किया. बंशीधर तिवारी, महानिदेशक, उत्तराखंड सूचना विभाग ने बताया कि यह झांकी 8 तत्त्वों की समरसता और एकता की भावना का प्रतीक था. जिसमें अष्ट तत्त्व और एकत्व में उत्तराखंड के दिव्य धार्मिक स्थलों, प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक समृद्धि के साथ ही सतत व समग्र विकास के प्रति प्रगतिशील दृष्टिकोण को प्रदर्शित किया गया.
उत्तराखंड की झांकी के नोडल अधिकारी एवं सूचना विभाग के संयुक्त निदेशक केएस चौहान ने बताया कि एकता परेड में राज्य के इस प्रदर्शन को दर्शकों की काफी सराहना मिली. एकता परेड में लोक कलाकारों के 14 सदस्यीय दल ने उत्तराखंड के पारंपरिक लोक नृत्य की प्रस्तुति दी. इसके लिए राज्य की टीम ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के सामने मौजूद एकता परेड में बुधवार को फुल ड्रेस रिहर्सल किया गया था.
केवडिया में सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के सामने आयोजित राष्ट्रीय स्तर के मुख्य समारोह में उत्तराखंड को प्रतिभाग करने का गौरव मिला है. गृह मंत्रालय भारत सरकार की विशेषज्ञ समिति ने तमाम विचार-विमर्श और परीक्षण के बाद देश के चुनिंदा 8 राज्यों के साथ ही उत्तराखंड की झांकी का अंतिम रूप से चयन किया था।
– बंशीधर तिवारी, महानिदेशक, उत्तराखंड सूचना विभाग



