
ऋषिकेश, 3 नवम्बर। उत्तराखंड के पवित्र शहर ऋषिकेश में सोमवार तड़के एक दर्दनाक हादसा सामने आया। शहर के हीरालाल रोड पर स्थित एक कबाड़ी की दुकान में संदिग्ध परिस्थितियों में भीषण आग लग गई, जिसमें एक युवक की जिंदा जलकर मौत हो गई। स्थानीय लोगों के अनुसार, आग लगने की घटना सुबह करीब 3:30 बजे की है। आग इतनी तेजी से फैली कि देखते ही देखते पूरे कबाड़ के ढेर को अपनी चपेट में ले लिया। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाया। हालांकि तब तक दुकान के अंदर मौजूद युवक की जिंदगी खत्म हो चुकी थी।
कैसे लगी आग- अब तक रहस्य बरकरार
फिलहाल आग लगने की वजह साफ नहीं हो पाई है। फायर अधिकारी मनोज रावत ने बताया कि “आग कबाड़ी के दुकान के अंदर रखे प्लास्टिक, कागज़, और पुराने इलेक्ट्रॉनिक सामान में लगी थी। तेज़ हवा और ज्वलनशील पदार्थों के कारण आग ने कुछ ही मिनटों में विकराल रूप ले लिया।” जब टीम मौके पर पहुंची तो दुकान बाहर से बंद थी और अंदर से धुआं निकल रहा था। फायर टीम ने शटर का ताला तोड़ा और अंदर पहुंचकर आग पर काबू पाया। बचाव कार्य के दौरान जब टीम ने अंदर प्रवेश किया तो उन्हें एक युवक का शव पूरी तरह जला हुआ मिला।
युवक की मौत पर कई सवाल
पुलिस के अनुसार, मृत युवक की पहचान अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है। स्थानीय सूत्रों ने बताया कि यह युवक कबाड़ी के साथ काम करने वाला मजदूर हो सकता है, जो रात में वहीं सो गया होगा। हालांकि यह भी संभावना जताई जा रही है कि युवक किसी अन्य कारण से दुकान के अंदर मौजूद था।
नीलकंठ थाना प्रभारी महेश नेगी ने बताया “दुकान बाहर से बंद थी, इसलिए यह मामला संदिग्ध लग रहा है। हम हर एंगल से जांच कर रहे हैं- यह हादसा है या कुछ और।”
दुकान के बाहर से बंद होना बना रहस्य
हादसे को रहस्यमय बनाने वाली सबसे बड़ी बात यह है कि दुकान बाहर से ताला लगी हुई थी। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि युवक अंदर कैसे पहुंचा, और अगर वह अंदर था, तो बाहर से ताला किसने लगाया? कुछ लोगों का कहना है कि युवक शायद दुकान के अंदर सो गया था और किसी ने गलती से बाहर से ताला लगा दिया होगा। वहीं दूसरी ओर पुलिस इस संभावना पर भी विचार कर रही है कि यह मामला आगजनी या हत्या की कोशिश का हो सकता है।



