
रुद्रप्रयाग, 5 नवम्बर। केदारनाथ धाम में सीजन की दूसरी बर्फबारी हुई है. अत्यधिक मात्रा में बर्फबारी होने से पुनर्निर्माण कार्यों पर भी ब्रेक लग गया है. बर्फबारी ने भारी वाहनों के पहिए भी जाम कर दिए हैं. ऐसे में धाम में अब निर्माण कार्यों को करना आसान नहीं है. वहीं, आईटीबीपी के जवान माइनस तापमान में भी धाम की सुरक्षा में जुटे हुए हैं.
बर्फबारी से तापमान माइनस की ओर
केदारनाथ धाम में बर्फबारी होने से जहां धाम का तापमान माइनस में जाने लगा है, वहीं निचले इलाकों में भी ठंड बढ़ने लगी है. लोग सुबह और शाम के समय गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करने लगे हैं. केदारपुरी ने बर्फ की चादर ओढ़ ली है. दो दिनों से धाम में बर्फबारी हो रही है. यहां एक फीट तक बर्फ जम गई है. जिसके कारण पुनर्निर्माण कार्यों पर भी ब्रेक लग गया है. निर्माण कार्यों में लगे वाहनों के पहिये भी बर्फ में जाम हो गए हैं.
केदारनाथ धाम में ठंड का अत्यधिक प्रकोप भी बढ़ने लगा है. कपाट बंद होने के बाद धाम में पुनर्निर्माण कार्यों में जुटे मजदूरों के साथ ही सुरक्षा ड्यूटी में लगे आईटीबीपी के जवानों के अलावा कुछ साधु संत मौजूद हैं. अगर धाम में बर्फबारी का दौर लगातार जारी रहेगी तो पुनर्निर्माण कार्यों में जुटे मजदर नीचे सोनप्रयाग लौट आयेंगे. फिर अगले वर्ष निर्माण कार्यों को किया जाएगा.
पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रहलाद कोंडे ने बताया केदारपुरी की सुरक्षा में आईटीबीपी के जवान जुटे हुए हैं. धाम में दो दिनों से बर्फबारी हो रही है. बर्फबारी के कारण ठंड भी अत्यधिक बढ़ गई है. सुरक्षा ड्यूटी में तैनात सभी व्यवस्थाओं के साथ ड्यूटी का निर्वहन कर रहे हैं. इनके लिए धाम में सभी सुविधाएं दी जा रही हैं. वहीं पुनर्निर्माण कार्यों में जुटे मजदूरों को भी सभी आवश्यक चीजों को दिया गया है. जिससे वे अपनी सुरक्षा कर सकें.पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रहलाद कोंडे ने बताया धाम में बर्फबारी ज्यादा होने पर मजदूर सोनप्रयाग लौट आयेंगे.
बता दें देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने भी उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी का अनुमान जताया था. वैज्ञानिक रोहित थपलियाल ने बताया पांच नवंबर को पश्चिमी विक्षोभ उत्तराखंड के मौसम को प्रभावित हो सकता है. मौसम विभाग ने बताया उत्तराखंड में 6 नवंबर के बाद मौसम शुष्क रहेगा
बदरीनाथ के साथ ही हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी भी बर्फ से लकदक
उत्तराखंड में एक बार फिर से सीजन का मिजाज बदल रहा है. प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हो रही है. इसी कड़ी में बदरीनाथ में भी सीजन की पहली बर्फबारी हो गई है. बदरीनाथ में बर्फबारी के बाद यहां की पहाड़ियां चांदी सी चमक उठी हैं. बर्फबारी के बाद बदरीनाथ पहुंच रहे श्रद्धालुओं के चेहरे भी खिले हुये हैं. वे धाम पहुंचने के साथ ही बर्फबारी का आनंद भी ले रहे हैं. बदरीनाथ धाम के कपाट 25 नवंबर को बंद होने हैं. अभी भी धाम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे रहे हैं. बदरीनाथ धाम में बर्फबारी के बाद तापमान सुबह शाम माइनस में जा रहा है. बदरीनाथ के साथ ही हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी भी बर्फ से लकदक हो गई है. पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के बाद निचले इलाकों में भी ठंड बढ़ गई है. सुबह शाम लोग ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा लेते देखे जा सकते हैं.



