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सट्टेबाजी में क्रिकेटर सुरेश रैना और शिखर धवन की 11.14 करोड़ की संपत्ति कुर्क

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नई दिल्ली, 6 नवम्बर। भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना और शिखर धवन की मु्श्किल बढ़ गई हैं। गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सट्टेबाजी एप केस में कार्रवाई करते हुए दोनों की 11.14 करोड़ की संपत्ति कुर्क कर ली। सूत्र ने बताया कि ऑनलाइन सट्टेबाजी साइट 1xBet के खिलाफ मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत धवन की 4.5 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति और रैना के 6.64 करोड़ रुपये के म्यूचुअल फंड को कुर्क करने का अनंतिम आदेश जारी किया गया है।

1000 करोड़ की ठगी का आरोप
पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना और शिखर धवन से हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय ने पूछताछ की थी। इस दौरान दोनों के बयान दर्ज किए गए थे। बता दें कि, ईडी इस समय कई ऐसे मामलों की जांच कर रही है, जो अवैध बेटिंग एप्स से जुड़े हैं। एजेंसी का मानना है कि इस तरह के बेटिंग एप्स न केवल अवैध हैं, बल्कि इनके जरिए बड़े पैमाने पर धन शोधन की गतिविधियां भी होती हैं। इन एप्स पर आरोप है कि इन्होंने लाखों लोगों और निवेशकों को करोड़ों रुपये का चूना लगाया है या फिर भारी मात्रा में टैक्स की चोरी की है। इस मामले में ईडी ने कार्रवाई तेज की है, खासकर उन विज्ञापनों पर जिनमें फिल्मी सितारे और क्रिकेटर शामिल हैं। इसी कड़ी में अब क्रिकेटरों और फिल्मी हस्तियों की भूमिका को लेकर भी जांच आगे बढ़ाई जा रही है।

ईडी के रडार पर और कौन?
ईडी की जांच में पाया गया है कि दोनों पूर्व क्रिकेटरों ने 1xBet और उसके प्रतिनिधियों के प्रचार के लिए विदेशी संस्थाओं के साथ ‘जानबूझकर’ समर्थन समझौते किए। ईडी ने इस जांच के तहत इन दोनों के अलावा युवराज सिंह और रॉबिन उथप्पा जैसे अन्य पूर्व क्रिकेटरों, अभिनेता सोनू सूद, उर्वशी रौतेला, मिमी चक्रवर्ती (तृणमूल कांग्रेस की पूर्व सांसद) और अंकुश हाजरा (बंगाली अभिनेता) से भी पूछताछ की है।

60 से अधिक खाते फ्रीज
पीएमएलए के तहत तलाशी अभियान के बाद ईडी ने चार भुगतान गेटवे पर छापेमारी की जिसके परिणामस्वरूप आपत्तिजनक साक्ष्य जब्त किए गए। इन भुगतान गेटवे से जुड़े 60 से अधिक बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया है जिनमें अब तक चार करोड़ रुपये से अधिक की राशि फ्रीज की गई है।

साइप्रस से चल रहा था धंधा
13बेट कंपनी की स्थापना 2007 में साइप्रस से हुई थी। इसका सरोगेट ब्रांट 13 बेट खुद को भारत में ऑनलाइन कैसीनो बताता है और इसके भारतीय पेज पर यह खुद को 2022 में स्थापित होने वाली हर साल दो करोड़ रुपए कमाने वाली कंपनी बताती है। यह लाइसेंस प्राप्त भी नहीं है। 13बेट के सरोगेट ब्रांड और 13बेट स्पोर्टिंग लाइन्स ने पूरे भारत में अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी और जुए के संचालन को बढ़ावा दिया।

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