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देहरादून में दो सांडों की लड़ाई के बीच में आने से 82 वर्षीय महिला की मौत

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देहरादून, 14 नवम्बर। छावनी क्षेत्र के प्रेमनगर में निराश्रित पशुओं की समस्या जानलेवा बन गई है। विंग नंबर-छह में दो सांडों की लड़ाई के बीच आने से 82 वर्षीय महिला की मौत हो गई। हादसे में गंभीर रूप से चोटिल होने के बाद उन्हें प्रेमनगर अस्पताल ले जाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
बीते गुरुवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे महिंद्रा देवी निवासी विंग नंबर-पांच सड़क से गुजर रही थी। विंग नंबर छह में एचडीएफसी बैंक के पास दो सांड आपस में भिड़ गए। अचानक एक सांड ने महिंद्रा देवी को धक्का मार दिया और जिससे वह दीवार से टकाराकर गंभीर रूप से घायल हो गईं। उनकी स्थिति बिगड़ने पर श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना ने क्षेत्र में भारी आक्रोश है। स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने इसे छावनी परिषद और सरकार की लापरवाही बताते हुए कहा कि प्रेमनगर क्षेत्र में निराश्रित पशुओं विशेषकर सांडों और गोवंश की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन इनके प्रबंधन के लिए जिम्मेदार निष्क्रिय हैं।
पूर्व में विंग नंबर छह में कैंट बोर्ड की ओर से संचालित कांजी हाउस था, जहां निराश्रित पशुओं को रखा जाता था और मालिक से अर्थदंड लेकर ही छोड़ा जाता था, जिससे पशुपालकों में अनुशासन बना रहता था। स्थानीय लोगों का कहना है कि कांजी हाउस की जगह अब सब्जी मंडी बना दी गई है। तब से निराश्रित पशुओं की समस्या अनियंत्रित हो गई है।
गोशाला निर्माण वर्षों से अधर में, जल्द पूरा कराया जाए
प्रेमनगर स्वर्ग आश्रम के पास पिछले दो वर्षों से एक गोशाला का निर्माण कार्य चल रहा है, लेकिन विभागीय लापरवाही के कारण अभी तक अधूरा है। यदि यह गोशाला समय पर तैयार हो जाती तो दर्जनों निराश्रित पशुओं को सुरक्षित आश्रय मिल सकता था।
पशु प्रेमी संगठन प्रेमनगर, पंजाबी समाज प्रेमनगर और क्षेत्रवासियों की ओर से संगठन के अध्यक्ष अमित भाटिया (मोनू) ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मांग की है कि अधूरी पड़ी गोशाला का निर्माण अति शीघ्र पूरा कराया जाए। निराश्रित पशुओं की समस्या के समाधान पर तत्काल प्रभावी कदम उठाए जाएं। बाजार और आवासीय क्षेत्रों में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।

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