
कोटद्वार, 30 नवम्बर। देशभक्ति का जज्बा ऐसा ही होता है, यह हर युवाओं को सेना में जाने के लिए आकर्षित करता है। कोटद्वार की देव्याक्षी देवरानी ने मजबूत इरादे और कठिन परिश्रम के दम पर भारतीय नौ सेना में कमीशन प्राप्त किया। वह नौसेना में सब लेफ्टिनेंट बनी हैं। बेटी की सफलता पर माता-पिता, स्वजन और गुरुजन ने खुशी व्यक्त की है।
माता गृहिणी और पिता हैं शिक्षक
पौड़ी जिले के कोटद्वार तहसील के ग्राम सीम निवासी लक्ष्मीविलास देवरानी और संगीता देवरानी की बेटी देव्याक्षी देवरानी शनिवार को भारतीय नौ सेना में सब लेफ्टिनेंट बनी हैं। देव्याक्षी के पिता लक्ष्मीविलास देवरानी राइंका पाली (लंगूर) में हिंदी के शिक्षक हैं, जबकि माता संगीता देवरानी गृहिणी हैं।
एमएससी फिजिक्स से किया पीजी
देव्याक्षी देवरानी की प्रारंभिक शिक्षा कोटद्वार के कान्वेंट स्कूल से हुई। इसके बाद उन्होंने कोटद्वार पीजी कालेज से ग्रेजुएशन और वर्ष 2024 में एमएससी फिजिक्स से पोस्ट ग्रेजुएशन किया। इसके साथ ही उन्होंने बीएड भी किया। छात्र जीवन से उनकी सेना में जाने की तीव्र इच्छा रही। इस कारण वह एनसीसी कैडेट भी रहीं और ‘सी’ सर्टिफिकेट प्राप्त किया।
वर्ष 2024 में हुआ नौसेना में चयन
वर्ष 2024 में उन्होंने सर्विस सिलेक्शन बोर्ड (एसएसबी) कोलकाता की परीक्षा उत्तीर्ण की। देव्याक्षी का चयन भारतीय नौसेना के लिए हुआ। इसके बाद उन्होंने केरल के एझिमाला स्थित भारतीय नौसेना अकादमी में एक वर्ष का कड़ा प्रशिक्षण प्राप्त किया।
केरल में हुई पासिंग आउट परेड
शनिवार को भारतीय नौसेना अकादमी एझिमाला (केरल) में पासिंग आउट परेड का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि सीडीएस जनरल अनिल चौहान रहे। उन्होंने सैनिकों को देश की रक्षा व अपने कर्तव्य पर अडिग रहने की सीख दी।
परेड में कमांड की एक प्लाटून
पासिंग आउट परेड के दौरान देव्याक्षी देवरानी ने एक प्लाटून को कमांड भी किया। शनिवार को आयोजित पासिंग आउट परेड में उन्हें सब लेफ्टिनेंट पद पर कमीशन प्राप्त हुआ।



