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गाय का दूध और घी कड़े स्टैंडर्ड और इंस्पेक्शन के बाद ही बेचा जाता है : पतंजलि

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हरिद्वार, 1 दिसम्बर। विभिन्न मीडिया रिपोर्ट में पतंजलि घी को लेकर प्रकाशित खबरों को लेकर पतंजलि ने स्पष्टीकरण दिया है। उसने अपने स्पष्टीकरण में कहा है कि वह गाय का दूध और घी सिर्फ कड़े स्टैंडर्ड और इंस्पेक्शन के बाद ही बेचती है।
पतंजलि के घी के सैंपल मानक पर नहीं उतरे थे खरे
पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के एक अधिकृत अधिकारी ने बयान में कहा है कि पतंजलि घी के बारे में विभिन्न मीडिया रिपोर्टों में प्रकाशित खबरों के बारे में यह स्पष्टीकरण खाद्य सुरक्षा विभाग, पिथौरागढ़ द्वारा 20 अक्टूबर 2020 को खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत लिए गए पतंजलि गाय के घी के नमूने से संबंधित मामले और संबंधित अदालत के आदेश से संबंधित है, जो मीडिया रिपोर्टों के माध्यम से हमारे संज्ञान में आया। है।
रेफरल प्रयोगशाला NABL गाय के घी के परीक्षण के लिए मान्यता प्राप्त नहीं
अपने बयान में कहा कि रेफरल प्रयोगशाला NABL से गाय के घी के परीक्षण के लिए मान्यता प्राप्त नहीं थी, इसलिए वहां किया गया परीक्षण विधि की दृष्टि से स्वीकार्य नहीं है। यह हास्यास्पद और घोर आपत्तिजनक है कि एक सब-स्टैंडर्ड लैब ने पतंजलि के सर्वश्रेष्ठ गाय के घी को सब-स्टैंडर्ड बताया है। जिन पैरामीटरों के आधार पर नमूना असफल घोषित किया गया, वे उस समय लागू ही नहीं थे, इसलिए उनका प्रयोग करना विधिक रूप से गलत है। पुन: परीक्षण नमूने की एक्सपायरी तिथि बीत जाने के बाद किया गया, जो कानून के अनुसार अमान्य है।देश विदेश की ताजा खबरों के लिए देखते रहिये https://sarthakpahal.com/
न्यायालय ने इन सभी प्रमुख तर्कों पर विचार किए बिना प्रतिकूल आदेश पारित किया है, जो विधि की दृष्टि से सही नहीं है। इस आदेश के विरुद्ध फूड सेफ्टी ट्राइब्यूनल में अपील दायर की जा रही है, और हमें पूर्ण विश्वास है कि ट्राइब्यूनल के समक्ष हमारे पक्ष के ठोस आधारों पर यह मामला हमारे पक्ष में निर्णयित होगा।
बयान में कहा कि वैसे भी इस फैसले में कहीं भी पतंजलि गाय का घी उपयोग के लिए हानिकारक नहीं बताया गया है। सिर्फ घी में RM Value के मानक से नाम-मात्र का अंतर पाया जाना ही स्पष्ट किया गया है।

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