
देहरादून, 30 दिसम्बर। 24 वर्षीय एंजेल चकमा की स्मृति में देहरादून में शोक सभा का आयोजन किया गया। वैली आफ वर्ड्स, सोशल डेवलपमेंट फार कम्युनिटीज फाउंडेशन और दून लाइब्रेरी एंड रिसर्च सेंटर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों ने भाग लेकर एंजेल को श्रद्धांजलि अर्पित की और न्याय की मांग उठाई।
पश्चिम त्रिपुरा के नंदननगर निवासी एमबीए छात्र एंजेल चकमा पर नौ दिसंबर को हमला किया गया था। गंभीर रूप से घायल एंजेल ने 26 दिसंबर को अस्पताल में दम तोड़ दिया। इस घटना ने देहरादून ही नहीं, बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।
शोकसभा में वक्ताओं ने गहरा दुख, आक्रोश और निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि देहरादून और उत्तराखंड को यह सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे कि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। पूर्व मुख्य सचिव एन रविशंकर ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि देहरादून और उत्तराखंड इस घटना से सीख लेकर एक नये, अधिक संवेदनशील समाज की ओर कदम बढ़ाएंगे। दूनवासी इंदरपाल कोहली, जिन्होंने अस्पताल में एंजेल के पिता की सहायता की थी, ने कहा कि देवभूमि में इस तरह की घटना होना शर्मनाक है।
SIT करेगी मामले की जांच, फरार आरोपी पर एक लाख का इनाम
एसपी देहात विकासनगर की निगरानी में एसआईटी गठित: उन्होंने बताया कि मुकदमे की तथ्यपरक और गुणवत्ता विवेचना (Factual and Quality Review) के लिए एसपी देहात विकासनगर के पर्यवेक्षण में एसआईटी का गठन किया गया. साथ ही इस मामले में एक टीम भी बनाई गई है, जो वारदात स्थल पर जाकर सीसीटीवी फुटेज के साथ ही अन्य सभी पहलुओं की जांच करेगी.
फरार आरोपी पर एक लाख रुपए का इनाम
वहीं, फरार आरोपी के बारे में पुलिस को इनपुट मिली है कि आरोपी नेपाल के बॉर्डर पर छुपा हुआ है, जिसे पुलिस जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का दावा कर रही है. पुलिस ने एंजेल चकमा की हत्या के मामले में 6 लोगों को आरोपी बनाया है, जिसमें से दो नाबालिग है. छह में से पांच आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके है.



