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रिखणीखाल के दिनेश रावत फर्जी शैक्षिक प्रमाणपत्रों से बने सहायक अध्यापक, गिरफ्तार, जेल भेजा

कोटद्वार, 26 जून। 31 मई 2025 को उप शिक्षा अधिकारी प्राथमिक शिक्षा रिखणीखाल द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर थाना रिखणीखाल में धारा- 420/467/468/471 आई.पी.सी. बनाम दिनेश रावत मुकदमा दर्ज किया गया था। फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्रों के आधार पर नियुक्त हुए सहायक अध्यापक दिनेश रावत को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
18 अक्टूबर 1993 को मृतक आश्रित कोटे से हुआ था नियुक्त
विवेचक द्वारा विवेचना के दौरान धूरा पेनो रिखणीखाल निवासी, हाल निवासी शिबूनगर, कोटद्वार दिनेश सिंह रावत के सम्बन्ध में जानकारी की गई। जानकारी में यह तथ्य प्रकाश में आया कि दिनेशरावत 18 अक्टूबर 1993 को मृतक आश्रित के रूप में शिक्षक पद पर नियुक्त हुआ। उसने 1993 में जनता इंटर कॉलेज छज्जुपुर, जनपद गाजियाबाद, हापुड़ में माध्यमिक शिक्षा परिषद मेरठ उत्तर प्रदेश द्वारा जारी प्रमाण पत्र से इंटरमीडिएट उत्तीर्ण होने संबंधी प्रमाण कूटरचित दस्तावेजों को शिक्षा विभाग में जमा कराया गया।
फर्जी तरीके से दिनेश रावत ने नौकरी पाई
इस प्रकरण में और अधिक गहनता से जांच व खोजबीन करने पर पाया कि दिनेश सिंह रावत द्वारा परीक्षा 1993 मॆ माध्यमिक शिक्षा परिषद मेरठ उत्तर प्रदेश के अंतर्गत आने वाली कोई भी विद्यालय परीक्षा उत्तीर्ण नहीं की थी। फर्जी व कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर दिनेश सिंह रावत द्वारा शिक्षा विभाग में नौकरी प्राप्त की गई थी। इसके अलावा विभागीय जांच में भी दिनेश सिंह रावत द्वारा फर्जी प्रमाण पत्र विभाग में जमा कराने की पुष्टि हुई। पुलिस टीम द्वारा की गई गहन छानबीन, दस्तावेज सत्यापन एवं साक्ष्यों के विश्लेषण के उपरांत 26 जून को अभियुक्त को उसके निवास स्थान शिबूनगर, कोटद्वार से गिरफ्तार कर लिया गया, जिसे न्यायालय के समक्ष पेश करने के बाद न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया।
पुलिस की अपील: शिक्षा जैसे पवित्र क्षेत्र में फर्जीवाड़ा एक गम्भीर अपराध है। पौड़ी पुलिस आमजन से अपील करती है कि यदि आपके संज्ञान में भी किसी प्रकार की नकली शैक्षिक योग्यता, फर्जी दस्तावेज या नियुक्तियों में गड़बड़ी हो, तो निसंकोच पुलिस को सूचित करें। आपकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी।देश विदेश की ताजा खबरों के लिए देखते रहिये https://sarthakpahal.com/