शालिनी नेगी के परीक्षक नियंत्रक बनते ही भर्ती परीक्षाओं का रास्ता साफ

देहरादून। शालिनी नेगी के यूकेएसएससी के परीक्षक नियंत्रक बनते ही आठ महीने से चला आ रहा सस्पेंस खत्म हो गया है। भर्ती परीक्षाओं का रास्ता खुलने से लाखों बेरोजगार युवाओं को अब आस जगी है। पेपर लीक प्रकरण में विवादों में घिरे यूकेएसएसएससी ने परीक्षा नियंत्रक की तैनाती होने तक रोक लगा दी थी।
शालिनी नेगी होंगी आयोग की परीक्षा नियंत्रक
शासन ने यूकेएसएसएससी के सचिव संतोष बडोनी को हटा दिया है। आयोग के पेपर लीक जांच में हो रहे खुलासों को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। बडोनी के स्थान पर राज्य सचिवालय में संयुक्त सचिव सुरेंद्र सिंह रावत को सचिव पद की अतिरक्त जिम्मेदारी सौंपी गयी है। दिसंबर से खाली चल रहे परीक्षा नियंत्रक के पद पर पीसीएस अफसर शालिनी नेगी को तैनाती दी गयी है।
आठ महीने से खाली थी परीक्षा नियंत्रक की कुर्सी
आयोग में पिछले आठ महीने से परीक्षा नियंत्रक की कुर्सी खाली चल रही थी। इस्तीफा देने से पहले अध्यक्ष एस राजू ने आगामी भर्तियों पर रोक को शासन को पत्र भेजा था। दिसंबर में परीक्षा नियंत्रक नारायण सिंह डांगी के रिटायर होने के बाद से सचिव संतोष बडोनी ही परीक्षा नियंत्रक की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
भर्ती परीक्षाओं का रास्ता साफ
अब परीक्षा नियंत्रक की तैनाती के बाद पटवाली-लेखपाल, पुलिस कांस्टेबल, फारेस्ट गार्ड, सहायक लेखाकार री-एग्जाम जैसी परीक्षाओं का रास्ता खुल गया है। इन विभागों में तमाम पदों पर बड़ी संख्या में युवाओं ने आवेदन कर रखा है। अब अगले छह महीने के अंदर इन भर्तियों की परीक्षा होने की उम्मीद है। बताया जा रहा है कि इन आठ भर्ती परीक्षाओं में तीन लाख से ज्यादा युवाओं ने आवेदन किया है।
इन विभागों में होनी हैं भर्तियां
पटवाली-लेखपाल-520, फार्सेट गार्ड 894, पुलस कांस्टेबल 1521, सब इंस्पेक्टर 272, लैब असिस्टेंट 200, सहायक लेखाकार री-एग्जाम 662, उत्तराखंड जेई 76, गन्ना पर्यवेक्षक 100 पद।