
पौड़ी। पौड़ी के एसडीएम की कांग्रेस नेता को मारने की धमकी वीडियो वायरल हो रहा है। विदित हो कि देश में पहली बार आयोजित हो रही अग्निवीर भर्ती रैली को लेकर युवाओं में खासा उत्साह है। गढ़वाल मंडल की अग्निवीर भर्ती रैली का आयोजन पौड़ी के कोटद्वार में किया जा रहा है। तहसील में युवाओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन के हाथ-पैर फूले हुए हैं। तहसील प्रशासन पिछले 10 अगस्त से लगातार कार्य में जुटा हुआ है। युवक व एसडीएम की झड़प का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। जिसमें एसडीएम युवक को मारने तक की बात कर रहे हैं। इस मुद्दे को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, खानपुर के विधायक उमेश कुमार, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने सोशल मीडिया पर प्रमुखता के उठाते हुए वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
ये है पूरा मामला
अग्निवीर भर्ती रैली के लिए तहसील प्रशासन द्वारा बनाए जा रहे प्रमाण पत्रों के लिए युवाओं की लंबी-लंबी कतार लग रही है। पौड़ी जिले की भर्ती आगामी 23, 24 और 25 अगस्त को होनी है। ऐसे में युवाओं को प्रमाणपत्र बनवाने के लिए तहसील में कई दिनों तक इंतजार भी करना पड़ रहा है। शनिवार को बहुत सारे युवक अपने प्रमाणपत्रों के इंतजार में आधी रात तक तहसील में ही बैठे रहे।
इस बात पर गरमाया माहौल
एसडीएम सदर आकाश जोशी ने बताया कि एनएसयूआई नेता नितिन बिष्ट करीब 8 बजे तहसील पहुंचकर बवाल काटने लगा। पहले तो तहसील प्रशासन ने उसे समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह कुछ सुनने को तैयार नहीं था। फिर एसडीएम ने उसे समझाने का प्रयास किया और उसे आफिस में ले जाना चाहा, तभी एसडीएम और नितिन बिष्ट में तू-तू मैं-मैं हो गयी। इसके लिए एसडीएम के स्टाफ ने बीच-बचाव कर दोनों को छुड़वाया। इसके बाद एसडीएम गाली गलौज पर उतर आये। वीडियो में साफ दिख रहा है कि कांग्रेस नेता को एसडीएम द्वारा हड़काया जा रहा है और कहा जा रहा है कि, ‘मैं इतना मारूंगा न साले सही हो जाओगे।’ देखें वीडियो
युवक पर मुकदमा दर्ज
एसडीएम की लिखित तहरीर पर पौड़ी कोतवाली में युवक नितिन बिष्ट के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पौड़ी के कोतवाल विनोद गुंसाई ने बताया कि युवक के खिलाफ आईपीसी की धारा 186, 353, 504, 506 के तहत मामला पंजीकृत किया गया है।
‘अग्निवीर भर्ती के दौरान एक युवक ने कुछ सवाल पूछे, क्योंकि अग्निवीर युवक प्रमाणपत्रों को लेकर परेशान थे। भोजन की व्यवस्था नहीं थी और जब किसी युवक ने ये बातें प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियं से जो वहां उपस्थित थे, उनसे पछी, तो उसके साथ जो व्यवहार हुआ है और व्यहार के बाद युवक नितिन बिष्ट पर सरकार कामकाज में बाधा डालने की एफआईआर का दर्ज करना, इस सरकार के अमानवीय चेहरे को दर्शाने के लिए काफी है।’
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत