
हरिद्वार। ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र में कड़च्छ मोहल्ले से आठ महीने के बच्चे के अपहरण के बाद पुलिस की नींद उड़ गयी थी। पड़ोसियों से पूछताछ और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर एक साधु और बाइक सवार युवक और महिला शक के घेरे में थी। डाग स्क्वायड से भी बच्चे की तलाश की जा रही थी। इस अपहरण की घटना का खुद सीएम धामी ने भी संज्ञान लिया था।
रविवार देर शाम रोशनाबाद स्थित एसएसपी कार्यालय में अपहरण की घटना का खुलासा करते हुए डीआईजी गढ़वाल करण सिंह नगन्याल ने बताया कि शनिवार को रविंद्र निवासी कड़च्छ ज्वालापुर के आठ महीने के बच्चे का सोते समय अपहरण कर लिया था। उस समय उसकी मां राखी कपड़े सुखाने छत पर गयी थी। दिनदहाड़े बच्चे चोरी की घटना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था।
पांच महिलाएं शामिल थी इस अपहरण में
पूछताछ के बाद अपहरण मामले में शामिल किरन, अनिता, सुषमा निवासी कड़च्छ और कपड़ा व्यापारी संजय की पत्नी पारुल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। किरन, सुषमा और अनिता ने मिलकर बच्चे का अपहरण किया। बच्चा चुकाकर उन्होंने उसे दूसरी गली में रहने वाली सुषमा को दिया और सुषमा ने अनिता को दिया और अनीता ने उसे आशा कार्यकर्ता रूबी को सौंप दिया। इसके बाद बच्चा कपड़ा व्यापारी संजय को सौंप दिया गया। संजय ने 50 हजार रुपये नकद दिये और दो लाख रुपये बाद में देने का वादा किया था।
तीस हजार रुपये इनाम की घोषणा
घटनास्थल पर डाग स्क्वायड के जरिये जांच कराई गयी। बच्चे के कपड़े व अन्य सामान सूंघकर खोजी कुत्ता उक्त महिलाओं तक पहुंच गया जिन्होंने बच्चे का अपहरण किया था। शक होने पर मोबाइल से उनकी लोकेशन ट्रेस की गयी तो उनकी लोकेशन भारत माता मंदिर के पास मिली। पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इन महिलाओं में एक आंगनबाड़ी कार्यकत्री आशा भी है। डीआईजी ने पुलिस टीम को तीस हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है। https://sarthakpahal.com/