
देहरादून। 2019 से नियुक्ति के बाद से ही इंजीनियरिंग कॉलेज घुड़दौड़ी की असिस्टेंट प्रोफेसर मनीषा भट्ट का मानसिक उत्पीड़न शुरू कर दिया गया था। यहां तक कि उन्हें गर्भावस्था के दौरान भी छुट्टी के लिए परेशान किया गया। उन्हें बार-बार यह कहा जा रहा था कि प्रसव अवकाश तभी मंजूर होगा, जब वह वैकल्पिक प्रोफेसर की व्यवस्था कराएंगी।
रजिस्टर से हटा दिया था नाम
इस सदमे से उबर कर गत 12 मई को मनीषा ने संस्थान में उपस्थिति दर्ज कराई। कॉलेज पहुंचने पर उन्हें पता चला कि विभागाध्यक्ष ने उपस्थिति रजिस्टर से उनका नाम ही हटा दिया है। यहीं नहीं, पदोन्नति के मामले में भी विभागाध्यक्ष ने कई बार अनुरोध के बावजूद मनीषा की पदोन्नति की पत्रावली को आगे नहीं बढ़ाया। इन सबसे परेशान होकर मनीषा गत गुरुवार को अलकनंदा श्रीनगर नैथाणा झूला पुल से कूद गईं। उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। डीएम पौड़ी ने शासन की भेजी रिपोर्ट में यह भी बताया है कि विभागाध्यक्ष एके गौतम पहले गौतमबुद्ध विवि नोएडा में थे। वहां एक छात्रा से छेड़छाड़ की वजह से उन्हें निष्कासित कर दिया गया था। वर्ष 2014 में भी उन पर छेड़छाड़ का आरोप लगा था। जिसे निदेशक डॉ वाई सिंह ने दबा दिया था।
पुलिस ने सीसीटीवी खंगाले, मनीषा का कमरा सील
मनीषा भट्ट आत्महत्या मामले में रविवार को भी पुलिस की छानबीन जारी रही। मनीषा के पति संदीप भट्ट ने इस संबंध में श्रीनगर में तहरीर दी थी। कोतवाल गोविंद कुमार ने बताया, एसएसआई महेश रावत मामले की जांच कर रहे हैं। पुलिस की टीम ने कॉलेज पहुंचकर मृतका को आवंटित आवास व कार्यालय का निरीक्षण कर जरूरी दस्तावेज कब्जे में लिए हैं। मनीषा का कमरा सील कर दिया गया है। https://sarthakpahal.com/
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए सीओ सदर की निगरानी में जांच टीम गठित की गई है। टीम को प्रकरण के हर पहलू की गंभीरता से जांच के निर्देश दिए हैं। मामले में जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।
श्वेता चौबे, एसएसपी पौड़ी
मनीषा ने पारिवारिक कारणों से आत्महत्या की है। प्रकरण से ध्यान हटाने के लिए आरोप लगाए जा रहे हैं। फॉरेंसिक टीम को सभी दस्तावेज सौंप दिए हैं। मनीषा के पति भी संस्थान में सेवारत थे, उनकी नियुक्ति हाईकोर्ट के आदेश पर निलंबित हो चुकी है।
प्रो. वाई सिंह और प्रो. एके गौतम, निदेशक व विभागाध्यक्ष
महिला आयोग ने लिया संज्ञान
राज्य महिला आयोग ने मनीषा भट्ट की आत्महत्या के मामले का संज्ञान लिया है। आयोग ने एसएसपी पौड़ी को प्रकरण की जांच कर आत्महत्या के लिए उकसाने वाले आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने इस मामले में एसएसपी पौड़ी से जानकारी भी ली। वहीं, उक्रांद ने सीएम से की आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है।
प्रो. काला ने संभाला चार्ज
पौड़ी जीपी पंत इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाजी घुड़दौड़ी में वरिष्ठ प्रो. बीएन काला ने रविवार कार्यवाहक प्रभारी निदेशक का चार्ज संभाल लिया। बीते शनिवार को तकनीकी शिक्षा सचिव रविनाथ रमन ने डीएमके पत्र का हवाला देते हुए संस्थान के निदेशक डा. वाई सिंह को बिपिन त्रिपाठी कुमाऊं प्रोद्योगिकी संस्थान, द्वाराहाट, अल्मोड़ा संबद्ध कर दिया था। शासन ने प्रो. वीएन काला को तत्काल प्रभाव से प्रभारी निदेशक का चार्ज लेने के निर्देश दिये थे।