हरिद्वार। पतंजलि योगपीठ में इलाज के लिए देश भर में लोगों को ठगी का शिकार बनाया जा रहा है। अलग-अलग राज्यों में हाल ही में कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जिसमें लोगों को फंसााकर लाखों की ठगी की जा चुकी है। इसी तरह का एक और मामला नेहरू कॉलोनी थाने में दर्ज किया गय, जिसमें एक आदमी से 1.85 लाख रुपये की ठगी की गई।
व्हाट्सएप काल और मैसेज के जरिये की जा रही ठगी
नेहरू कॉलोनी थाना पुलिस के मुताबिक रायसिंह रावत पुत्र उमराव सिंह रावत निवासी सरस्वती एनक्लेव बद्रीपुर देहरादून की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने इलाज के लिए योगपीठ हरिद्वार की योगपीठ पतांजलि डॉट कॉम पर संपर्क किया गया। 17 मई को एक व्यक्ति से बात हुई जिसने खुद को योगपीठ से संबंधित आचार्य गोपाल पांडे बताया। व्हाट्सएप कॉल और मैसेज के जरिए अप्वाइंटमेंट के लिए पैसे जमा करने को कहा गया। बातों में विश्वास करके अलग अलग तिथियों में 1 लाख 85 हजार 758 रुपये जमा कर दिए। इसके बाद पतंजलि हरिद्वार संपर्क किया। पता चला कि जिससे बात हुई और पैसा जमा किया वह फर्जी है। छानबीन करने पर पता चला किइलाज के लिए पतंजलि कोई एडवांस बुकिंग का पैसा नहीं लेता है।
भोपाल पुलिस ने किए दो गिरफ्तार
पतंजलि योग पीठ में देश विदेश से लोग इलाज के लिए आते हैं। इसी बात का फायदा साइबर ठग उठा रहे हैं। भोपाल पुलिस ने पतंजलि योगपीठ में अप्वाइंटमेंट के नाम पर 27 लाख की ठगी करने वाले दो आरोपियों को बंगाल से गिरफ्तार किया था। भोपाल पुलिस के मुताबिक पिपलानी के रहने वाले व्यक्ति ने अपनी मां के इलाज के लिए ऑनलाइन नंबर सर्च किया। मिले नंबर पर बात करने वाले ने विश्वास में लेकर 27 लाख रुपये की ठगी कर ली थी।
देहरादून में हो चुके हैं कई मुकदमे दर्ज
एसपी सिटी सरिता डोभाल ने बताया कि इस तरह के कई मामले लगातार सामने आ रहे हैं। साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन और एसटीएफ भी शिकायतों पर कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि पतंजलि योगपीठ से भी इस संबंध में संपर्क किया जाएगा। जिससे फर्जी वेबसाइट को बंद कराया जा सके।
सावधान रहें, पतंजलि में मौके पर ही होती है बुकिंग
पतंजलि में बुकिंग के नाम पर ठगी के लिए इंटरनेट पर ठगों ने पूरा जाल बिछा रखा है। एड्रेस बार में पतंजलि टाइप करते ही एक के बाद एक बुकिंग के लिए नंबर दिखने लगते हैं। ये सारे नंबर साइबर ठगों के हैं। पतंजलि एडवांस बुकिंग के नाम पर पैसा नहीं लेता है। बुकिंग मौके पर जाकर ही होती है। https://sarthakpahal.com/