छह साल तक सेना के अंकल का कुकर्म छुपाती रही बच्ची, भेद खुला तो हुई उम्रकैद की सजा

आगरा। सेना के एक अफसर की बेटी के साथ उसी के सेनानायक ने रेप कर उसके साथ की गयी गंदी हरकत का वीडियो भी बना लिया। इससे डर के मारे पीड़ित बच्ची छह साल तक घटना का जिक्र किसी से करने का साहस नहीं जुटा पाई।
एक दिन स्कूल में पॉक्सो एक्ट पर उसके स्कूल में एक कार्यशाला से हुई, जिससे जुर्म के खिलाफ आवाज उठाने की उसे प्रेरणा मिली। इसके बाद मामले में मुकदमा दर्ज हुआ। विशेष न्यायाधीश (पॉक्सो एक्ट) प्रमेंद्र कुमार ने गुरुवार को दुराचार और पॉक्सो एक्ट में सेनानायक एन घनश्याम को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। आरोपी पर एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया।
कोर्ट ने कहा कि ये जघन्य अपराध
न्यायाधीश ने अपने आदेश में टिप्पणी करते हुए कहा कि, ये एक सामान्य बलात्कार का अपराध नहीं है। इसमें 11 वर्षीय बालिका के साथ ऐसे व्यक्ति ने अपराध किया जो 32 साल का शादीशुदा था। और इससे भी बड़ी बात ये कि आरोपी सशस्त्र बल में था। पीड़िता इतनी डर गई थी कि उसे माता पिता को आरोपी की हकीकत बताने में सात वर्ष से अधिक समय लग गया।
2013 में हुई थी घटना
घटना फरवरी 2013 में हुई थी। सेना के अधिकारी का परिवार आगरा में रहता था जहां उसकी एक नाबालिग बेटी थी। पीड़िता के आवास पर मणिपुर के थोबल निवासी सेनानायक एन घनश्याम आता था। एक दिन उसने अफसर की बेटी को अकेला देखकर उसे दबोच कर उसके साथ रेप कर गलत हरकत का वीडियो भी बना लिया। पीड़िता ने घबराकर आरोपी की किसी से शिकायत नहीं की। इससे आरोपी की हिम्मत और बढ़ गई। इस बीच पीड़िता के पिता का आगरा से भोपाल तबादला हो गया। इसके बाद आरोपी वहां भी पहुंच गया। उसने वहां भी गंदी हरकत की। https://sarthakpahal.com/
इस तरह से खुला भेद
आरोपी सेनानायक के पास अश्लील वीडियो होने के कारण किशोरी छह साल तक खामोश रही। एक दिन पीड़िता के स्कूल में पॉक्सो एक्ट पर एक कार्यशाला हुई, जिसमें काउंसलरों ने जुर्म के खिलाफ आवाज उठाने की बात कही। काउंसलर्स की इन बातों से पीड़िता ने हिम्मत स्कूल से घर पहुंचकर परिजनों को पूरी घटना के बारे में बता दिया। तब तक पीड़िता 18 साल की हो चुकी थी। भोपाल के महिला थाने में सन 2019 में आरोपी सेनानायक एन घनश्याम के खिलाफ दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज हुआ।