
टिहरी (चंबा)। उत्तराखंड के नई टिहरी में सोमवार को दर्दनाक हादसा हो गया। चंबा थाने के पास टैक्सी स्टैंड की पार्किंग में पहाड़ी से गिरे सैकड़ों टन मलबे की चपेट में दो वाहन आ गए। हादसे में चार महीने के मासूम समेत पांच लोगों की दर्दनाक मौत हो गई।
चार महीने के बेटे के साथ पहली बार मायके जा रही थी
मलबे में दबे ग्राम जसपुर कंडीसौड़ निवासी पूनम खंडूरी (30) उनके चार माह के बेटे और बहन सरस्वती देवी (35) के शवों को पंचनामे के लिए जिला अस्पताल बोराड़ी ले जाया गया है। वहीं, मलबे में दो कार, एक स्कूटी और बाइक भी दब गई। मलबे में दबकर वहां पर बना सार्वजनिक शौचालय भी जमींदोज हो गया। पूनम अपने चार महीने के बेटे के साथ पहली बार मायके जा रही थी। घटना दोपहर करीब एक बजे की है। भूस्खलन होते ही टैक्सी स्टैंड में अफरा-तरफी मच गई। वहां आस-पास खडे़ लोगों ने भागकर जान बचाई।
भूस्खलन को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से थाने के समीप के चार घरों को खाली कराकर दूसरी जगह शिफ्ट किया है। भूस्खलन से बड़ी मात्रा में मलबा, बोल्डर टैक्सी स्टैंड और नई टिहरी मार्ग, थाने की एप्रोच रोड और नीचे स्थित ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे पर जा गिरा। अक्सर लोग थाने के समीप टैक्सी स्टैंड में अपने वाहन भी पार्क कर देते हैं।
बताया जा रहा है कि दोपहर को कंडीसौड़ जसपुर गांव निवासी सुमन खंडूरी कार बुक कर पत्नी और बच्चे को लेकर सुसराल डारगी गांव जा रहे थे। चंबा पहुंचने पर उन्होंने ड्राइवर को कार टैक्सी स्टैंड में खड़ी करने के लिए कहा। वहां पर उनकी बहन सरस्वती मिलने आई थी। सुमन और ड्राइवर कार खड़ी कर सामान खरीदने के लिए बाजार चले गए। उनकी पत्नी पूनम, बेटा और बहन सरस्वती देवी कार के अंदर बैठी हुई थी। इसी दौरान हादसा हो गया।
सूचना पर डीएम मयूर दीक्षित, एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर, सीडीओ मनीष कुमार घटनास्थल पहुंचे। एसडीआरएफ, पुलिस और राजस्व विभाग की टीमों ने रेस्क्यू अभियान शुरू किया। काफी मशक्कत के बाद शाम करीब साढ़े चार बजे रेस्क्यू टीम ने स्विफ्ट कार के अंदर दबे तीनों के शव बरामद किए। शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है।