
ऊखीमठ, 13 सितम्बर। 15 वर्षों बाद आयोजित भगवती चामुण्डा की दिवारा यात्रा शनिवार को विधिवत पूजा-अर्चना के बाद केदारनाथ धाम से भावुक क्षणों के बीच विदा होकर तीन रात्रि प्रवास के लिए सीतापुर पहुंची।
सीतापुर में ग्रामीणों ने किया देवी का भव्य स्वागत
विदाई के समय देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं ने शीश नवाकर आशीर्वाद लिया, जबकि व्यापारियों ने लाल-पीले वस्त्र अर्पित कर भगवती को विदा किया। विद्वान आचार्य अमित देवशाली, राजेन्द्र प्रसाद देवशाली, राहुल देवशाली, हिमांशु भट्ट व पुरुषोत्तम भट्ट ने ब्रह्म बेला में पञ्चांग पूजन व अन्य धार्मिक अनुष्ठान संपन्न किए। दिवारा यात्रा के बेस कैंप, लिनचोली, भीमबली, जंगलचट्टी, गौरीकुंड और सोनप्रयाग होते हुए सीतापुर पहुंचने पर स्थानीय व्यापारियों और ग्रामीणों ने भव्य स्वागत किया।
यात्रा अब तीन दिनों तक विभिन्न गांवों में भ्रमण कर ग्रामीणों का कुशलक्षेम पूछेगी। समिति अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह सत्कारी ने बताया कि 22 सितंबर को शारदीय नवरात्र के प्रथम दिन भगवती चामुण्डा अपने भंडार गृह जाल मल्ला में विराजमान होंगी। इस मौके पर मंदिर समिति, तीर्थ पुरोहित समाज, प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रतिनिधि, स्थानीय ग्रामीण व देश-विदेश से आए सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे।