
कोटद्वार। पौड़ी-कोटद्वार राजमार्ग (नजीबाबाद-बुआखाल राष्ट्रीय राजमार्ग) कोटद्वार से सतपुली के बीच का रास्ता आने जाने वाले यात्रियों के लिए कब मुसीबत का सबन जाए, कुछ भी कहा नहीं जा सकता। यहां पर हालत यह है कि पौड़ी-कौटद्वार राजमार्ग पर कई जगह-जगह पहाड़ी से बोल्डर लुढ़कते रहते हैं। करीब 55 किलोमीटर का यह सफर लगभग बीस से अधिक स्थानों पर खतरे को आमंत्रित कर रहा है। जान हथेली पर रखकर लोग कोटद्वार से सतपुली का सफर कर रहे हैं।
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कोटद्वार-दुगड्डा के बीच सबसे अधिक डेंजर जोन
कोटद्वार से सतपुली के बीच बीस से अधिक डेंजर जोन बने हुए हैं। इनमें करीब बारह डेंजर जोन तो केवल कोटद्वार-दुगड्डा के मध्य में ही हैं। सबसे पहला डेंजर जोन कोटद्वार से निकलते ही सिद्धबली मंदिर के पास पड़ता है, यहां किसी भी समय पहाड़ी से पत्थर गिरने का खतरा बना रोज ही बना रहता है। पांचवें मील से आमसौड़ के बीच पहाड़ी से गिर रहा मलबा वाहन चालकों के लिए रोज खतरा बना हुआ है। पिछले जनवरी माह में इसी राष्ट्रीय राजमार्ग का एक हिस्सा ढह गया था, जिसके बाद एनएच विभाग ने चट्टान को काटकर मार्ग तैयार किया था। वर्तमान में इस स्थान पर कब मलबा आ जाए, कहा नहीं जा सकता।