
देहरादून। प्रेमनगर सरकारी अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजेश कुमार अहलूवालिया के खिलाफ प्रेमनगर थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। घटना प्रेमनगर स्थित सरकारी अस्पताल के आवास में रहने वाले एंबुलेंस चालक की बुधवार को हुई आत्महत्या से जुड़ा है। एंबुलेंस चालक यशवंत ने सुसाइड नोट छोड़ा था। उसमें सीएमएस पर उत्पीड़न के कई गंभीर आरोप लगाए गए थे। मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है।
प्रेमनगर सीएचसी स्थित आवास में रहने वाले एंबुलेंस चालक यशवंत सिंह गुसाईं मूल निवासी राखूण, महेश गांव, पौड़ी गढ़वाल ने बुधवार सुबह आत्महत्या कर ली थी। मिली जानकारी के अनुसार, यशवंत को पिछले आठ महीने से वेतन नहीं मिला था। इसके अलावा उसे हाल ही में नौकरी से भी निकाल दिया गया था। वह सरकारी आवास में रहता था। सरकारी आवास का किराया मांगने के साथ ही उसे खाली करने का अल्टीमेटम भी दिया गया था।
बुधवार सुबह यशवंत की पत्नी टहलने गई थीं। वापस लौटी तो दरवाजा नहीं खुला। उसने पड़ोसियों को बुलाया और गेट खोला गया। अंदर देखा कि यशवंत फांसी के फंदे पर लटका था। पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन की। तलाशी के दौरान शव के पास एक सुसाइड नोट मिला। जिसमें उसने सीएमएस डॉ. राजेश कुमार अहलूवालिया पर उत्पीड़ित करने का आरोप लगाते हुए आत्महत्या की बात लिखी। यशवंत की पत्नी प्रीति गुसाईं ने इस संबंध में प्रेमनगर थाने में तहरीर दी थी। थानाध्यक्ष कुलदीप पंत ने बताया कि आरोपी सीएमएस डा. अहलूवालिया के खिलाफ आत्महत्या को मजबूर करने के संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर विवेचना की जा रही है।