चमोली। असामाजिक तत्वों द्वारा लाखी वन पंचायत के लखणू तोक के रास्ते में छोड़ी आग जंगल तक जा पहुंची। आग की लपटों में घिरे वनकर्मी जान बचाकर भागे। नंदानगर स्थित लाखी गांव के जंगल में लगी आग पर वनकर्मी ने करीब दो घंटे की कड़ी मेहनत के बाद काबू पाया।
सूचना पर वन क्षेत्राधिकारी देवेंद्र सिंह नेगी के नेतृत्व में वनकर्मी की टीम जंगल पहुंच गई। आग की लपटें इतनी तेज थी कि फायर वाचरों से भी काबू नहीं पाया जा सका। जब अाग चट्टानी हिस्से की तरफ बढ़ी तो वनकर्मी बल्लभ जोशी, उमराव सिंह नेगी, वचन सिंह राणा और ग्रामीणों ने पेड़ों की टहनियों से आग बुझानी शुरू की। सात-आठ बजे के बाद आग पर काबू पाया जा सका। वनाग्नि का सर्वाधिक कहर गढ़वाल के जंगलों पर बरपा है। आग से कई हेक्टेयर वन संपदा को नुकसान पहुंचा है।
इस बार फायर सीजन में गढ़वाल में आरक्षित वन क्षेत्रों में आग की सैकड़ों घटनाएं हो चुकी हैं। कुमाऊं में 82 और सिविल वन पंचायत में कुल 42 घटनाएं सामने आ चुकी हैं। तीनों वन क्षेत्रों में मिलाकर प्रदेशभर में 285 घटनाओं की रिपोर्ट आ चुकी है।
इन घटनाओं में 12 लाख रुपये से अधिक के नुकसान का आकलन किया गया है। मुख्य वन संरक्षक, वनाग्नि एवं आपदा प्रबंधन निशांत वर्मा ने बताया कि बढ़ते तापमान के साथ रोज वनाग्नि की घटनाएं बढ़ रही हैं। वनाग्नि पर काबू पाने के लिए विभाग के स्तर से सभी जरूरी कार्रवाई की जा रही हैं। उन्होंने वनों को आग से बचाने के लिए विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ आम लोगों से भी अलर्ट पर रहने की अपील की है।
इन नंबरों पर दें वनाग्नि की घटनाओं की जानकारी
टोल फ्री नंबर – 18001804141
फोन नंबर – 0135- 2744559
वाट्स ऐप नंबर- 9379337488, 7668304788
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